Lord Mahavir : जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा के गरिमामय माहौल में राज्य सीनेटर और विधानसभा सदस्य की मौजूदगी में आयोजित की गई है.
Lord Mahavir : कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा में पहली बार जैन आचार्य लोकेश मुनि और राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए जैन समुदाय के नेताओं की मौजूदगी में महावीर जयंती समारोह मनाया गया. इस दौरान डिजिटल डिटॉक्स अभियान भी शूरू किया गया. मीडिया रिलीज में गुरुवार को कहा गया कि राज्य विधानसभा में सोमवार को न केवल भगवान महावीर की जयंती मनाई गई. इसके साथ ही महावीर जैन द्वारा दिए गए संदेश शांति, करुणा, अहिंसा और प्रेम के महत्व के बारे में भी बातचीत की गई.
महावीर का दर्शन आज भी प्रासंगिक
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा के गरिमामय माहौल में राज्य सीनेटर और विधानसभा सदस्य की मौजूदगी में आयोजित की गई है. इस दौरान जैन आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि भगवान महावीर का दर्शन बेहद अहम और प्रासंगिक है. ये आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना पहले था और भगवान महावीर के दर्शन में कई वैश्विक समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है.
कार्यक्रम में कई सीनेटर और विधानसभा मौजूद रहे
बता दें कि जैन आचार्य लोकेश मुनि उत्तरी अमेरिका में फेडरेशन ऑफ जैन एसोसिएशन या जैना के नेताओं और निदेशक बीरेन शाह के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए विशेष रूप से भारत से अमेरिका आए हैं. वहीं राज्य विधानसभा परिसर से डिजिटल डिटॉक्स अभियान की शुरुआत करते हुए नेता अजय भुटोरिया ने राज्य सीनेटर डेव कॉर्टेज़, कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा सदस्य ऐश कालरा, विधानसभा सदस्य एलेक्स ली और विधानसभा सदस्य लिज ओर्टेगा के साथ अणुव्रत डिजिटल डिटॉक्स अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
असेंबली में महावीर की जयंती का आयोजन करना ऐतिहासिक
अजय जैन भूटोरिया ने कहा कि नियमित अंतराल पर डिजिटल स्क्रीन से दूरी बनाना हमारे समावेशी कल्याण के लिए बहुत जरूरी है और इससे बचे वक्त का इस्तेमाल परिवार और दोस्तों के साथ रिश्तों को मजबूत करने के साथ तनाव कम करने के लिए किया जा सकता है. वहीं जैना के पूर्व अध्यक्ष प्रेम जैन ने कहा कि कैलिफोर्निया स्टेट असेंबली में महावीर जयंती का आयोजन ऐतिहासिक है. जैना, अमेरिका और कनाडा में 200,000 से ज्यादा सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले 72 जैन केंद्रों का संगठन है. इसकी स्थापना 1981 में हुई थी और 1983 में इसे औपचारिक रूप दिया गया.
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