Home International Pakistan में दो दुश्मन मिला सकते हैं हाथ! जानें क्यों भारत के पड़ोसी मुल्क में बढ़ गई सियासी हलचल

Pakistan में दो दुश्मन मिला सकते हैं हाथ! जानें क्यों भारत के पड़ोसी मुल्क में बढ़ गई सियासी हलचल

by Divyansh Sharma
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Pakistan में दो दुश्मन मिला सकते हैं हाथ! जानें क्यों भारत के पड़ोसी मुल्क में बढ़ गई सियासी हलचल- Live Times

Pakistan News: जेल में बंद PTI के संस्थापक इमरान खान (Imran Khan) को लेकर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने बहुत बड़ा बयान दिया है.

Pakistan News: पाकिस्तान की सियासत से बड़ी जानकारी सामने आ रही है. दो दुश्मन जल्द ही हाथ मिला सकते हैं और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की सरकार गिरा सकते हैं. दरअसल, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने बहुत बड़ा बयान दिया है.

उन्होंने कहा कि अगर 26वें संविधान संशोधन को पारित करने में 25 अक्टूबर के बाद कोई भी देरी संस्थाओं के बीच टकराव का कारण बनेगी. इससे संसद को नुकसान होगा. उन्होंने यह भी कहा कि सैन्य अदालत की ओर से इमरान खान (Imran Khan) को दोषी ठहराया जाता है तो उनकी पार्टी इमरान खान को माफ कर सकती है.

बिलावल के पिता हैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति

सिंध स्थित जरदारी हाउस में कुछ पाकिस्तानी पत्रकारों से बात करते हुए बिलावल भुट्टो जरदारी ने बड़ा संकेत दिया. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री और PTI (Pakistan Tehreek-e-Insaf) के संस्थापक इमरान खान पर सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाए जाने के बारे में उनकी राय पूछी गई, तो उन्होंने कहा कि सैन्य अदालत की ओर से उन्हें दोषी ठहराया जाता है, तो उनकी पार्टी जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को माफ कर सकती है.

उन्होंने कहा कि हमें पहले सबूतों का आकलन करने की जरूरत है. हमारे पास राष्ट्रपति की ओर से क्षमादान देने का अधिकार है. हमारी पार्टी मृत्युदंड के खिलाफ है. बता दें कि बिलावल भुट्टो जरदारी के पिता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति हैं. ऐसे में उन्होंने कहा कि वर्तमान राष्ट्रपति होने के नाते आसिफ अली जरदारी सजायाफ्ता कैदियों को क्षमादान देने का अधिकार रखते हैं.

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सेना के ठिकानों पर हमले से जुड़ा है मामला

बता दें कि यह पूरा मामला साल 2023 का है. पिछले साल 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हुए थे. विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर दंगे भड़क गए थे. आरोप लगाया गया कि इमरान खान के समर्थकों ने जिन्ना हाउस (लाहौर कोर कमांडर हाउस), फैसलाबाद में ISI बिल्डिंग और मियांवाली एयरबेस समेत एक दर्जन सेना के ठिकानों पर जानबूझकर कर हमला किया.

रावलपिंडी स्थित सेना के मुख्यालय पर भी हमला हुआ था. इसे लेकर रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और कई सैन्य अधिकारियों ने पिछले महीने ही बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जल्द ही जेल में बंद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान के खिलाफ सैन्य मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है. इस तरह के केस में आरोपियों को सजा सुनाए जाने की दर 90 फीसदी है और फांसी की सजा मिल सकती है.

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