Bangladesh Violence : वैश्विक स्तर पर भारत हमेशा युद्ध और हिंसात्मक घटनाओं का आलोचक रहा है, इसी कड़ी में विदेश मंत्री जयशंकर ने निवनियुक्त अमेरिकी MEA और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के सामने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की है.
Bangladesh Violence : डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में सत्ता संभालते ही बाइडेन प्रशासन की तरफ से लिए गए कई फैसलों में बदलाव करना शुरू कर दिया है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ट्रंप प्रशासन गंभीर मामलों पर भी सक्रिय हो गया है. इसी कड़ी में दुनिया में बढ़ते भारत के कद को देखते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अमेरिकी विदेश मंत्री मारो रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक की. इस मुलाकात को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि बुधवार को नवनियुक्त अमेरिकी विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाह से बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर बात हुई.
भारतीय दूतावास पर हमला, गंभीर मुद्दा
एस जयशंकर ने मीडिया सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमेरिकी डेलेगेशन से हमने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसके बारे में मैं अधिक जानकारी दूं. इसके अलावा जयशंकर ने बताया कि अभी अमेरिका में भारतीय वाणिज्य दूतावासों पर हमलों या भारतीय राजनयिकों के ऊपर खतरों को लेकर भी चर्चा नहीं हुई है, क्योंकि मैंने इस खास अवसर पर अभी उन मुद्दों को नहीं उठाया है. लेकिन मैं यह जरूर कहना चाहता हूं कि सैन फ्रांसिस्को में हमारे वाणिज्य दूतावास पर किया गया हमला एक गंभीर मामला है.
एक साल पहले हुई थी घटना
विदेश मंत्री ने कहा कि भारतीय दूतावास पर हमला एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में जवाबदेही तय होनी चाहिए और हम देखना चाहेंगे कि जिन लोगों ने इसे घटना को अंजाम दिया है उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाएगा या नहीं. गौरतलब हो कि साल 19 मार्च, 2023 में हमलावरों के एक गुट ने सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास पर हमला कर दिया था. हमलावरों ने पुलिस की तरफ से लगाए गए सुरक्षा घेरे को भी तोड़ दिया था और दूतावास में आग लगा दी थी. हालांकि, उस वक्त आग पर काबू पा लिया गया था लेकिन यह भारत की छवि पर एक चोट के समान था. इसके अलावा हमला करने से एक दिन पहले एक व्यक्ति ने सुबह-सुबह जलाने वाले पदार्थ के माध्यम से इमारत में आग लगाने की कोशिश की थी.
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