Home International गलियारों में गूंजती चीखें, सामूहिक फांसी और महिलाओं के साथ दुष्कर्म; सीरिया का कत्लखाना था सैदनाया जेल

गलियारों में गूंजती चीखें, सामूहिक फांसी और महिलाओं के साथ दुष्कर्म; सीरिया का कत्लखाना था सैदनाया जेल

by Divyansh Sharma
0 comment
Syria War saydnaya prison slaughterhouse of Bashar al-Assad

Syria War: सैदनाया जेल अपनी भयावहता के लिए बदनाम है. इसके बारे में कहा जाता है कि कैदियों की चीखें गलियारों में और जेल के बाहर तक गूंजती हुई सुनी जा सकती थी.

Syria War: रविवार को सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार गिरने के साथ सबसे पहले लोग जिस जगह पहुंचे थे, वह थी सैदनाया जेल. इस दौरान बच्चों समेत महिलाएं और पुरुष बंदियों की चीखें सुनी जा सकती थी. सैदनाया जेल अपनी भयावहता के लिए बदनाम है. भयावहता इस कदर कि सीरिया के लोग इसे कत्लगाह, कत्लखाना और मानव वधशाला कहते थे.

सैदनाया जेल सीरिया की राजधानी दमिश्क से 32 किलोमीटर दूर स्थित है. इस जेल के बारे में कहा जाता है कि यातना दिए जा रहे कैदियों की चीखें गलियारों में और जेल के बाहर तक गूंजती हुई सुनी जा सकती थी. ऐसे में जब रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार गिरी, वैसे ही लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों की खोज में सैदनाया जेल के ताले तोड़ दिए और कई लोगों को रिहा करा लिया.

Syria War saydnaya prison slaughterhouse of Bashar al-Assad

विद्रोह को दबाने के लिए किया जेलों का इस्तेमाल

दरअसल, रविवार की सुबह सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार गिरने के साथ ही अल-असद परिवार के 54 साल का शासन खत्म हो गया. साल 1970 में हाफिज अल-असद सत्ता में आए थे और उसके बाद उनके बेटे बशर अल-असद साल 2000 में सीरिया के राष्ट्रपति बने. दावा किया जाता है कि अल-असद परिवार ने क्रूर तरीके से शासन किया. साल 2011 में विद्रोह की आंच सीरिया पहुंची.

इस दौरान बशर अल-असद ने विद्रोह को दबाने के लिए सेना, हथियारों और सीरिया की जेलों का बड़े पैमाने पर सहारा लिया. इसी में शामिल है सैदनाया सैन्य जेल. न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने एमनेस्टी इंटरनेशनल और कई समूहों के हवाले से कहा कि सैदनाया में हर सप्ताह 10 से ज्यादा लोगों को गुप्त तरीके से मार दिया जाता था. एजेंसी के मुताबिक, अनुमान है कि साल 2011 से 2016 के बीच 13 हजार से अधिक सीरियाई नागरिक और विद्रोही इस जेल में मारे जा चुके हैं.

Syria War saydnaya prison slaughterhouse of Bashar al-Assad

जेल में बंदियों को पीटा जाता था हर रोज

कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीरिया में साल 2011 के बाद से विद्रोह आवाज उठाने वाले लोगों को गुप्त तरीके से गायब कर दिया जाता था. उन्हें सैदनाया सैन्य जेल में ले जाया जाता था. न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक जेल की संरचना एक भूलभुलैया की तरह है. रविवार को जेल के अंदर पहुंचे लोग अपने लोगों को ढूंढते रहे. रिपोर्ट में बताया गया कि संकरी कोठरियों में एक बार में एक दर्जन से ज्यादा लोगों को ठूंस दिया जाता था.

साथ ही उन्हें इस कदर यातना दी जाती थी कि चीखें गलियारों में गूंजती हुई सुनी जा सकती थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बंदियों को उन्हें हर रोज क्रूर तरीके से पीटा जाता था. साथ ही दुष्कर्म, बिजली के झटके जैसी कई यातनाएं दी जाती थी. कई लोगों को मारकर उसी जेल में दफना दिया जाता था. जेल के गार्ड किसी को बात करने की अनुमति नहीं देते थे. बंदी सिर्फ लिखकर ही संवाद कर सकते थे. कोठरियों की दीवारों पर कई तरह के संदेश लिखे हुए थे. इनमें से कई बंदियों ने रिहा होते सालों बाद सूरज की रोशनी देखी.

Syria War saydnaya prison slaughterhouse of Bashar al-Assad

यह भी पढ़ें: मुश्किल में 5 अरब लोग, दुनियाभर में तेजी बढ़ रहे हैं रेगिस्तान, डराने वाली है UNCCD की रिपोर्ट

सीरिया में एक लाख 50 हजार लोग गायब

बता दें कि 10 दिनों में विद्रोहियों ने अलेप्पो, होम्स, हमा तथा दमिश्क जैसे शहरों में कैदियों को रिहा कर दिया है. हालांकि, इनमें से कई लोगों को अपने संबंधी नहीं मिले. रविवार को लोग अपने परिजनों की तलाश में हथौड़ों, फावड़ों और ड्रिल से लैस लोग फर्श और दीवारों को तोड़ते हुए देखे गए. साल 2017 में एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अनुमान लगाया था कि सैदनाया सैन्य जेल में 10 से 20 हजार लोगों को कैद किया गया है, जो हर रोज सामूहिक फांसी, दुष्कर्म, यातना और भुखमरी का सामना करता है.

Syria War saydnaya prison slaughterhouse of Bashar al-Assad

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि गार्ड हर रोज कैदियों के शवों को इकट्ठा करने के लिए कोठरियों का चक्कर लगाते थे, जो यातना, भूख और जेल में पीटाई से मनोविकृति के कारण मर गए हैं. दावा किया गया कि जेल के नीचे कोई तहखाना या गुप्त कालकोठरी है, जिसमें भी लोग कैद है. हालांकि, सीरियाई नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवी संगठन व्हाइट हेल्मेट्स ने बताया कि जेल के नीचे कोई तहखाना नहीं है. एक अनुमान के मुताबिक 2011 से अब तक सीरिया में एक लाख 50 हजार लोग हिरासत में लिए गए हैं या लापता हो गए हैं.

यह भी पढ़ें: Syrian Civil War: सीरिया में गृह युद्ध की क्या है वजह और पूरी कहानी?

Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube Instagram

You may also like

Leave a Comment

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00