27 February 2024
विश्व में हर साल 27 फरवरी को World NGO Day मनाया जाता है। गैर-सरकारी संगठनों का कार्य समाज में पीड़ित और मुख्यधारा से पिछड़े लोगों के लिए आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक स्तर पर जागरूकता लाना है। कई बार जहां सरकार अपनी सुविधाएं नहीं पहुंचा पाती है, वहां ऐसे एनजीओ विकास के लिए काम करते हैं।
भारत का पहला NGO कब और कहां बना?
भारत का पहला NGO सन 1917 में कोलकाता में शुरू हुआ था। इस NGO के संस्थापक कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के भतीजे श्री गजेंद्रनाथ ठाकुर थे। ये NGO हैंडलूम क्लॉथ मैन्यफैक्चर मजदूरों के लिए स्थापित किया था। इसका नाम “द बंगाल होम इंडस्ट्रीज एसोसिएशन” जो कि भारतीय कंपनी एक्ट 7 के अंतर्गत रजिस्टर्ड हुआ था।
क्या होता है NGO?
अंग्रेजी में NGO को Non-Government Organization कहते हैं। साथ ही हिंदी में गैर सरकारी संगठन कहा जाता हैं। NGO एक ऐसा संगठन होता है, जिनमें किसी भी सरकार का कोई रोल नहीं होता।
NGO का निर्माण कौन से लोग कर सकते हैं?
Non-Government Organization का निर्माण कोई भी व्यक्ति कर सकता है। जो व्यक्ति समाज सेवा करना चाहता है वो इस संगठन को स्थापित कर सकता है। ये संगठन बहुत ही बड़े पैमाने पर अपना काम करते हैं। इसके अलावा दुनिया में कई ऐसे संगठन हैं जो लोगों को आर्थिक मदद देने के लिए भी खोले गए हैं। ऐसे संगठन लोगो को क्राउड फंडिंग के जरिए पैसे उपलब्ध करवाते हैं। ये पैसे पूरी दुनिया से लोग दान करते हैं।
क्या होता है NGO का उद्देश्य?
NGO खोलने के मुख्य उद्देश्य सिर्फ गरीब और अनाथ बच्चों को शिक्षा देना, School में बच्चों को प्रोटीन युक्त भोजन दिलवाना, बच्चों को किताबे देना, गरीब महिलाओं को आवास देना, किसी एक विषय को लेकर जागरूकता फैलाना, समाज में किसी तरह की बीमारी से जूझ रहे लोगों की मदद करना और वृद्ध लोगों की मदद करना है।
कितने प्रकार के होते हैं NGO?
NGO 3 तरह के होते हैं। जैसे सोसायटी, चैरिटेबल ट्रस्ट और सेक्शन 8 चैरिटेबल कंपनी। ये तीनों भले अलग-अलग हो लेकिन इनका उद्देश्य एक ही होता है। जानकारी के मुताबिक इसमें फर्क सिर्फ इनको चलाने का तरीका, रूल्स और इनके कर्मचारियों का होता है। इसके अलावा कई ऐसे एनजीओ भी हैं जो प्राणियों की रक्षा से भी जुड़े हुए हैं।
NGO के लिए कैसे पैसे जुटाए जाते हैं?
गैर सरकारी संगठनों के लिए धन जुटाना होता मुश्किल होता है। NGO आयोजनों के जरिए धन जुटाती है, नेटवर्क धन उगाही, व्यक्तिगत आग्रह, ऑनलाइन धन उगाही के साथ ही ऐसे बहुत तरीके हैं जिससे एनजीओ पैसा इकट्ठा करती है।
भारत के टॉप NGO
*Butterflies India- बटरफ्लाइज़ एक पंजीकृत स्वैच्छिक संगठन है जो 1989 से बच्चों के सबसे कमजोर समूहों, खासतौर पर सड़क और सड़क से जुड़े बच्चों के साथ काम कर रहा है।
*Nanhi Kali- 1996 में, महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने के.सी. में प्रोजेक्ट नन्ही कली शुरू किया। महिंद्रा एजुकेशन ट्रस्ट, भारत में वंचित लड़कियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से बनाया गया है।
*sammaan Foundation- साल 2007 में इस NGO को स्थापित किया गया था। इस NGO का लक्ष्य रिक्शा चालकों और सड़क विक्रेताओं की सेवा में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। बाद में इस NGO ने राज्य स्वास्थ्य सोसायटी, सरकार के सहयोग से मोबाइल मेडिकल यूनिट, मेडिकल एम्बुलेंस और शवगृह वैन लॉन्च करके स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार किया।
*Pratham- प्रथम देश के सबसे बड़े गैर-सरकारी संगठनों में से एक माना जाता है। इसकी स्थापना माधव चव्हाण और फरीदा लाम्बे ने की थी। ये NGO भारत में वंचित बच्चों को शिक्षा देने की दिशा में काम करता है। मलिन बस्तियों में बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा देने के लिए 1995 में मुंबई में स्थापित किया गया था। आज के समय ये 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैला हुआ है।
*Being Human- सलमान खान फाउंडेशन 2007 में स्थापित एक पंजीकृत NGO है। ये एनजीओ शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।