जलेबी और इमरती उत्तर और मध्य भारत की शान कही जाती है, लेकिन कई लोगों को इन दोनों के बीच का अंतर पता नहीं होता। लोगों को लगता है कि इन दोनों के बीच मात्र डिजाइन का फर्क है।
13 March, 2024
जलेबी एक ऐसी मिठाई है, जो देश-दुनिया में खूब खाई जाती है। गरमा गरम जलेबी को दही और रबड़ी के साथ खाना पसंद किया जाता है। देश में अक्सर तीज-त्योहारों पर जलेबी और इमरती खाई जाती है। जलेबी और इमरती उत्तर और मध्य भारत की शान कही जाती है, लेकिन कई लोगों को इन दोनों के बीच का अंतर पता नहीं होता। लोगों को लगता है कि इन दोनों के बीच मात्र डिजाइन का फर्क है, लेकिन यहां आपको बता दें कि जलेबी और इमरती में स्वाद से लेकर बनावट तक में कई तरह के फर्क हैं। ये दोनों ही अलग-अलग तरीके से बनाई जाती हैं। चलिए जानते हैं क्या है जलेबी और इमरती के बीच अंतर।
इंग्रेडिएंट्स
यहां आपको बता दें कि जलेबी मैदे से बनाई जाती है, वहीं इमरती मूंग दाल और उड़द दाल से तैयार की जाती है। जलेबी मीठी और क्रिस्पी होती है, वहीं इमरती बेहद नरम और उड़द की दाल के स्वाद से भरी होती है।
डिजाइन
जलेबी गोल-गोल बनाकर तैयार की जाती है, जबकि इमरती की डिजाइन फूल की तरह होती है। हलवाई द्वारा जलेबी और इमरती की डिजाइन शायद इसलिए अलग बनाई जाती है, क्योंकि दोनों एक जैसे न दिखें।
बैटर
जलेबी और इमरती का बैटर भी अलग-अलग तरीके से बनता है। जलेबी बनाने के लिए मैदा, दही और बेकिंग सोडे को एक साथ मिलाकर कुछ घंटे या रातभर खमीर उठने के लिए छोड़ दिया जाता है। वहीं, इमरती के लिए उड़द की दाल को पीसकर थोड़ी देर के लिए फूलने के लिए छोड़ दिया जाता है। जलेबी में अच्छे खमीर से क्रिस्पीनेस आती है। इमरती में खमीर की जरूरत नहीं पड़ती।
कहां हुई थी उत्पत्ति?
जलेबी को एक भारतीय मिठाई माना जाता है। इसके उलट इमरती की शुरुआत मुगल रसोई यानी मध्य पूर्व के देशों खासकर ईरान को माना जाता है।