Home National बच्चों के लिए कब्रगाह बना Delhi का सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, 5 साल में 4000 से भी ज्यादा मासूमों की मौत

बच्चों के लिए कब्रगाह बना Delhi का सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, 5 साल में 4000 से भी ज्यादा मासूमों की मौत

by Divyansh Sharma
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Delhi's super specialty hospital becomes a graveyard for children, more than 4000 innocent people died in 5 years

Children Hospital Deaths In Delhi: दिल्ली सरकार की ओर से संचालित चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय (Chacha Nehru Bal Chikitsalaya) में पांच साल से कम उम्र के 4 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है.

28 August, 2024

Children Hospital Deaths In Delhi: दिल्ली के चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. राइट टू इनफार्मेशन (Right to Information) के जरिए मिले आंकड़ों के अनुसार 2019 से इस साल जून तक दिल्ली सरकार की ओर से संचालित चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय (Chacha Nehru Bal Chikitsalaya) में पांच साल से कम उम्र के 4 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. यह मौतें सेप्सिस, निमोनिया और सेप्टिक शॉक जैसी कई बीमारियों के कारण हुई हैं. चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय सरकार द्वारा संचालित एक अत्याधुनिक सुपर-स्पेशियलिटी बाल चिकित्सा अस्पताल है.

सेप्सिस और निमोनिया जैसी बीमारी मौत का मुख्य कारण

राइट टू इनफार्मेशन (RTI) से मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2019 से इस साल जून के बीच पांच साल से कम उम्र के 4,095 बच्चों की मौत हुई है. 2019 में जून 2024 के बीच सबसे ज्यादा मौतें साल 2019 में दर्ज की गई. साल 2019 में मरने वाले बच्चों की संख्या 875 थी. वहीं साल 2023 में सबसे कम बच्चों की मौत हुई. इस दौरान 548 बच्चों की मौत दर्ज की गई. इस साल जून तक 314 मौतें दर्ज की गई हैं. वहीं साल 2020 और 2021 में कोविड के दौरान मरने वाले बच्चों की संख्या 866 और 626 थी. RTI के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने इन मौतों के मुख्य कारणों को सेप्सिस, निमोनिया, सेप्टिक शॉक और सेप्टीसीमिया जैसी गंभीर बीमारियों को बताया है.

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अन्य अस्पतालों से मिलने वाली जानकारियों का इंतजार

RTI कार्यकर्ता अमित गुप्ता ने दिल्ली सरकार की ओर से संचालित अस्पतालों में बच्चों की मौतों को लेकर डेटा मांगा था. अमित गुप्ता ने कहा कि मैं बच्चों की मौत के कुछ मामलों के बारे में पढ़ रहा था. ऐसे में मैं देश की राजधानी में स्थिति की जांच करना चाहता था. इसलिए, मैंने RTI दाखिल की. उन्होंने आगे कहा कि मुझे अभी तक केवल चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय से डेटा मिला है और मैं अभी भी अन्य अस्पतालों से मिलने वाली जानकारियों का इंतजार कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि यह डेटा चौंकाने वाला है. खासकर यह देखते हुए कि दिल्ली में सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे में से एक है. हमें इन मौतों को कम करने की जरूरत है.

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