Explainer: गुजरात के राजकोट और दिल्ली के विवेक विहार में लगी भीषण आग ने 30 से अधिक लोगों की जान ले ली, जिनमें कुछ नवजात भी शामिल हैं. गर्मियों के दौरान आग के हादसे अधिक होते हैं.
27 May, 2024
Explainer: गर्मियों में आग लगने की घटनाओं का सामने आना आम बात है, लेकिन इसमें कहीं न कहीं प्रशासन और शासन स्तर पर चूक भी शामिल होती है. जैसा कि दिल्ली के बेबी केयर सेंटर और राजकोट (गुजरात) के गेमिंग जोन में लगी आग हादसे की शुरुआती जांच में पता चला है. यहां पर हम बात कर रहे हैं कि देश के 6 बड़े आग के हादसों के बारे में.
1995: हरियाणा में 258 बच्चों समेत 442 लोगों ने गंवाई थी जान
23 दिसंबर 1995 को हरियाणा के डबवाली के स्कूल में भीषण आग लगी, जिसमें स्कूली बच्चों समेत 442 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में तत्कालीन DCP अनिल राव की बेटी की भी जान चली गई थी. उस दौरान शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट भी छोटा पड़ गया था. इस हादसे में 136 महिलाओं और 258 बच्चे ने जान गंवाई थी और यह देश का अब तक सबसे बड़ा आग का हादसा है.
1997 : दिल्ली उपहार अग्निकांड
13 जून 1997 को दिल्ली में 59 लोगों की जलकर और दम घुटने से मौत हो गई थी. इस घटना को उपहार अग्निकांड के नाम से भी जाना जाता है. साउथ दिल्ली के ग्रीन पार्क में स्थित उपहार सिनेमा के बाहर 13 जून 1997 को एक्टर सनी देओल, सुनील शेट्टी और अक्षय खन्ना की फिल्म बॉर्डर का फर्स्ट डे, फर्स्ट शो देखने के लिए लंबी कतारें लगी थीं. अचानक आग लगने से हॉल में भगदड़ मच गई और 59 लोग इस आग में जिंदा जल गए.
2004: तमिलनाडु की सबसे बड़ी आग दुर्घटना
2004 में तमिलनाडु के कुंभकोणम के स्कूल में लगी आग ने 94 बच्चों को जान ले ली. इस दौरान तमिलनाडु के कुंभकोणम के कृष्णा इंग्लिश मीडियम स्कूल में छत पर लगी आग ने भयानक रूप ले लिया था, जिस पर काबू पाना नामुमकिन था. यह तमिलनाडु के इतिहास में सबसे बड़ी आग दुर्घटनाओं में से एक मानी जाती है.
2011: कोलकाता में लगी थी भीषण आग
साल 2011 में कोलकाता स्थित AMRI अस्पताल में भीषण आग लगी, जिसमें 89 लोगों की मौत हो गई थी. अस्पताल के बेसमेंट में रखे जली हुई चीजों की वजहों से आग और तेजी से फैल गई, जिससे इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने जान गंवा दी.
2016: कोल्लम में पुत्तिंगल मंदिर में लगी आग
अप्रैल, 2016 को केरल के कोल्लम में पुत्तिंगल मंदिर में आग लगने से कम से कम 108 लोगों की मौत हो गई, जबकि 300 से ज्यादा घायल हो गए. कोल्लम से 25 किमी दूर स्थित पुत्तिंगल मंदिर में पटाखों में आग लगने से यह हादसा हुआ था.
2019: दिल्ली की अनाज मंडी में मची थी आग से तबाही
दिसंबर, 2019 में दिल्ली में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी इलाके में भीषण आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई. इस फैक्टरी में सिर्फ एक ही दरवाजा था, जिससे अधिक लोगों ने मौत हुई.
2019: गुजरात का कोचिंग सेंटर
24 मई 2019 को गुजरात के सूरत में स्थित एक कोचिंग सेंटर में लगी भीषण आग में 20 छात्रों की जान ले ली थी. जांच में पता लगा था कि कोचिंग सेंटर में कई नियमों का उल्लघंन किया गया था.
यहां भी पढ़ें : Rajkot Game Zone Detail: क्या है यह गेमिंग जोन की NOC का मामला, जिस पर गुजरात High Court ने लिया संज्ञान?