Fishing Ban : तमिलनाडु के तूतुकुडी में इन दिनों पूर्वी तट पर मछलियों से जुड़ी कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही है. दरअसल, तूतुकुडी में फिशिंग पर बैन की वजह से बीच भी खाली पड़े हैं, यह रोक 14 जून तक जारी रहेगी.
25 May, 2024
Fishing Ban : तमिलनाडु में फिशिंग का मामला बढ़ता जा रहा है. तूतुकुड़ी में फिशिंग पर रोक की वजह से कई बीच पर सन्नाटा पसरा हुआ है. दरअसल, तमिलनाडु में मछली प्रजनन की सुविधा के लिए हर साल 15 अप्रैल से दो महीने तक बैन रहता है. इसी वजह से बंगाल की खाड़ी के किसी तट पर कोई हलचल नहीं दिख रही है. ट्रॉलरों के कारण समुद्री जीवन में होने वाली गड़बड़ी को रोकने के लिए तमिलनाडु के मछली पालन विभाग ने 61 दिन की रोक लगाई है. बैन के दौरान मछुआरों को समुद्र में जाने से पूरी तरह रोक दिया गया है.
मौसम विज्ञान केंद्र ने मछुआरों को किया अलर्ट
चेन्नई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि दक्षिणपूर्व और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है. इसके लिए मछुआरों को अलर्ट भी कर दिया गया है. साथ ही चक्रवात की वजह से देशी नावों से मछली पकड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इससे जिले में मछली की कीमतें आसमान छूने लगी हैं.
मछुआरों का काम हुआ मंदा
मौसम में खराबी आने के कारण कई मछुआरों को काम में काफी ज्यादा समस्याएं हो रही है. स्थानीय मछुआरों ने अपने परेशानी को साझा करते हुए बताया है कि सरकार की ओर से 27 मई तक चक्रवात की चेतावनी जारी की गई है, इसलिए देशी नावें भी मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं उतर रही हैं. इसलिए केवल 23 मई से पहले मछली पकड़ने के लिए गई नावों से पकड़ी गई मछलियां ही उपलब्ध हैं. शीला मछली 2000 रुपये, पाराई मछली 600 रुपये और विलाई मछली 650-700 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है, जिस वजह से काम-काज भी मंदा चल रहा है.
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