Pahalgam Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमलों को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इस हमले में करीब 28 लोगों की जान चली गई है और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं.
Pahalgam Attack : जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर हर कोई हैरान है. इसे लेकर टूरिस्टों पर गोलियां बरसाने वाले आतंकियों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस अभियान में भारतीय सेना की विक्टर फोर्स, स्पेशल फोर्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और CRPF की तैनीती की गई है. इस आतंकी हमले में कुल 28 लोगों की जान गई है. वहीं, 20 से ज्यादा लोग इस दौरान घायल हो गए.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो
इस हमले को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं. ये ऐसे वीडियो और फोटो हैं जो हर किसा को झकझोर दें रहे हैं. इसमें साफ है कि किस जाति और धर्म के चलते 28 लोगों ने अपनी जान गवाई है. इस दौरान 5 से 6 आतंकियों ने पर्यटकों को मारने के पहले उनका नाम, पहचान और धर्म पूछा और फिर उन्हें जान से मार दिया.
वर्दी के आड़ में थे आतंकी
आपको बता दें कि जब ये घटना हुई तो आतंकी सेना की वर्दी में जिसकी वजह से पर्यटक को उनके ऊपर शक नहीं हुआ. लेकिन कुछ देर के बाद वो उनके ऊपर फायरिंग करने लगे जिसके चलते 28 लोगों की मौत हो गई.
कब-कब हुआ है जानलेवा हमले?
21 मार्च, 2000
21 मार्च, 2000 को अनंतनाग जिले के छत्तीसिंहपोरा गांव में अल्पसंख्यक सिख समुदाय को निशाना बनाते हुए हमला किया था. इस दौरान 36 लोग मारे गए थे.
अगस्त,2000
वहीं, साल 2000 में अगस्त के महीने में भी पहलगाम के नुनवान बेस कैंप में आतंकी हमला हुआ था. इसमें दो दर्जन अमरनाथ तीर्थ यात्रियों के साथ ही 32 लोग मारे गए थे.
जुलाई, 2001
वहीं, एक बार फिर जुलाई, 2001 में अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाया गया था. इस दौरान अनंतनाग के शेषनाग बेस कैंप पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 13 लोग मारे गए.
अक्टूबर, 2001
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में राज्य विधानमंडल परिसर पर भी आतंकी हमला हुआ जिसमें 36 लोगों ने अपनी जान दवाई थी.
2002
वहीं, लगातार साल 2002 में भी कश्मीर के चंदनवारी बेस कैंप पर आतंकी हमला हुआ, इसमें 11 अमरनाथ का जान गई थी.
नवंबर, 2002
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर विस्फोट के चलते 9 सुरक्षाकर्मियों, 3 महिलाओं और 2 बच्चों समेत 19 लोगों की जान चली गई थी.
2003
साल 2003 में पुलवामा जिले के नंदीमार्ग गांव में 11 महिलाओं और 2 बच्चों समेत 24 कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई थी.
2005
पुलवामा में एक सरकारी स्कूल के सामने विस्फोटकों से लदी एक कार में ब्लासट होने की वजह से 2 बच्चों और 3 CRPF जवान समेत 13 लोग ने जान गवाई थी.
2006
साल 2006 में कश्मीर के कुलगाम में 9 नेपाली और बिहारी मजदूर की हत्या कर दी गई थी.
2017
कश्मीर के कुलगाम में साल 2017 में हुए हमले के चलते 8 लोगों की हत्या कर दी गई थी.
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