Deva Mangode Wala: मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक शख्स खास तरीके मंगोड़े तलता है. इस हुनर को देखने के लिए दुकान पर ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है. अतुल जैन इस दुकान के मालिक हैं.
16 June, 2024
Jabalpur Famous Mangoras: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर की एक खास दुकान पर हर दिन अतुल जैन अपने हाथों को गर्म और उबलते तेल की कड़ाही में डालकर खास हुनर से ग्राहकों के लिए उनके पसंदीदा मंगोड़े तलते हैं. अतुल जैन लोगों को सिर्फ मंगोड़े ही नहीं खिला रहे बल्कि चार पीढ़ियों से चली आ रही अपने परिवार की परंपरा को भी आगे बढ़ा रहे हैं.
ऐसे बनाए जाते हैं मंगोड़े
दुकान मालिक के मालिक अतुल जैन का कहना है कि ‘मूंग की दाल सिलबट्टे में पीसी जाती है. बिना लहसून-प्याज का मटेरियल रहता है और उसको उसमें इस्तेंमाल करते हैं. जब उनसे पूछा गया कि-
सवाल: गर्म खोलते हुए तेल में हाथ डालने से आप जलते नहीं है क्या?
जवाब: सर ये गुरु की कृपा है हमारे ऊपर.
सवाल: जब आपने पहली बार ये करतब किया था तो क्या एक्सपीरियंस रहा?
जवाब: कोई ऐसा एक्सपीरियंस नहीं, नॉर्मल था सब.
सवाल: जब कस्टमर यहां आते हैं तो आपका करतब देखने के लिए आते हैं या खाने?
जवाब: सबसे पहले वो ही देखने के लिए आते हैं. खौलते तेल में हाथ कैसे आप डाल लेते हैं. अभी कल ही कोई हैदराबाद से आए थे, कोई नोएडा, कोई गुजरात से आए थे देखने के लिए.’
कब हुई थी मंगोड़े बनाने की शुरुआत
अतुल जैन 105 साल पुरानी ‘देवा मंगोड़ा वाले’ नाम की दुकान चलाते हैं. इसकी शुरुआत 1918 में उनके परदादा कंछेदी लाल जैन ने की थी. सालों से उनकी दुकान पर दूर-दूर से ग्राहक आते रहे हैं. कुछ लोग ‘मंगोड़ों’ के स्वाद के लिए आते हैं, तो कुछ ये देखना चाहते हैं कि वे खौलते तेल में हाथ डालकर मंगोड़े कैसे बनाते हैं.
हाथों से गर्म कड़ाई से मंगोड़े निकालने का हुनर
दुकान के एक ग्राहक अरविंद जैन ने बताया, ‘हम लगभग 50 साल से यहां पर आ रहे. ये दुकान अभी अतुल देवा जी चला रहे हैं. इनके पिताजी देवा भैया जी थे उनके हाथ का टेस्ट भी अच्छा था और आज भी खाने में वही टेस्ट मिलता है.’ वहीं ग्राहक प्रीति सक्सेना का कहना है कि ‘सबसे अच्छी बात ये है कि ये अपने हाथों से गर्म कड़ाई से मंगोड़े निकालते हैं, ये उनका बहुत अच्छा हुनर है.’
एक और ग्राहक अनुराधा तिवारी ने कहा, ‘मैंने यहां का नाम काफी सुना हुआ था कि यहां जो भाई साहब हैं देवा मंगोडे वाले वो अपने हाथों से तेल से मंगोडे निकालते हैं. मैंने सोचा जाकर देखें टेस्ट कैसा है. यहां का टेस्ट तो मुझे बहुत अच्छा लगा. भाई साहब का नेचर भी काफी अच्छा है और उनका ये अमेजिंग टैलेंट देखकर बहुत अच्छा लगा मुझे. अतुल बताते हैं कि कई बड़े नेता भी उनकी दुकान में मंगोड़े तलने के खास हुनर को देखने और उनका स्वाद चखने के लिए आते रहे हैं.
यह भी पढ़ें: Delhi Heatwave- गर्मी का रोजगार पर बड़ा प्रहार, लू के लंबे दौर में आधी हुई ‘स्ट्रीट वेंडर्स’ की कमाई