Manipur Violence: जिरीबाम में मारे गए एक ही परिवार के 3 लोगों (एक बच्चा, मां और दादी) के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बहुत बड़ा खुलासा हुआ है.
Manipur Violence: मणिपुर में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद बिगड़े हालात सुधरने लगे हैं. इस बीच मणिपुर के जिरीबाम से बहुत बड़ी जानकारी सामने आ रही है.
जिरीबाम में मारे गए एक ही परिवार के 3 लोगों (एक बच्चा, मां और दादी) के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बहुत बड़ा खुलासा हुआ है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक कुकी उग्रवादियों ने उनके साथ बहुत बर्बरता की थी. रिपोर्ट के मुताबिक 3 लोगों को लोगों को एक नहीं कई गोली मारी गई थी. साथ ही एक बच्चे की आंख तक निकाल ली गई थी.
तीन साल के बच्चे के सिर में मारी गोली
दरअसल, मणिपुर के जिरीबाम में 11 नवंबर को संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सेना की वर्दी में बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और जकुरादोर स्थित CRPF कैंप पर भारी हथियारों के साथ अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी.
साथ ही उन्होंने उस जगह को भी निशान बनाया, जहां IDP यानी आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को आश्रय दिया गया था. हमले के बाद महिला और बच्चों समेत 6 लोग लापता हो गए थे.
बाद में 16 नवंबर से उनके शव बरामद होने शुरू हुए थे. उसी घटना में एक ही परिवार के मारे गए लोगों में से तीन लोगों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक कुकी उग्रवादियों ने तीन साल के बच्चे के सिर में गोली मारी थी. साथ ही उसकी दाहिनी आंख भी निकाल ली गई थी. अन्य शवों के साथ भी बर्बरता की गई थी.
बच्चे की मां एल हेतोनबी देवी (25) के सीने में तीन और कमर पर एक गोली मारी गई थी. बच्चे की दादी वाई रानी देवी (60) को एक सिर में, दो छाती में, एक पेट में और एक हाथ में कुल पांच गोलियां मारी गई थी.
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गोली के अलावा चाकू से भी वार के मिले निशान
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गोली मारने के अलावा चाकू से भी कई बार वार किए गए थे. साथ ही महिलाओं की छाती में फ्रैक्चर और बांह में कई धाव के निशान मिले हैं.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुवाहाटी स्थित फोरेंसिक विज्ञान निदेशालय से विसरा रिपोर्ट न मिलने की वजह से मौत के कारणों का पता स्पष्ट पता नहीं चल पाया है. उन्होंने बताया कि एक अन्य महिला और दो बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट फिलहाल सामने नहीं आई है.
बता दें कि कुकी उग्रवादियों ने 6 लोगों को मारने के बाद उनके शवों को जिरीबाम जिले में जिरी नदी और असम के कछार में निकटवर्ती बराक नदी फेंक दिया था. बता दें कि इन शवों के मिलने के बाद गुस्साई भीड़ ने विधायकों और मंत्रियों के आवास पर तोड़फोड़ और आगजनी भी की थी.
इसके बाद मणिपुर के जिरीबाम जिले समेत कई इलाकों में हिंसा भड़क गई थी. हालात को जल्द से जल्द काबू करने के लिए पहले से तैनात CAPF की 198 कंपनियों के अलावा 90 अतिरिक्त कंपनियां भेजी गई थी.
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