मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. भारत से अधिकारियों की एक टीम अमेरिका गई है.
New Delhi: मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. भारत से अधिकारियों की एक टीम अमेरिका गई है. टीम अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर सभी कागजी और कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर रही है. इस बात की अत्यधिक संभावना है कि राणा को जल्द ही प्रत्यर्पित किया जा सकता है. कुछ समय पहले अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के न्यायधीशों ने राणा की याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद भारत प्रत्यर्पित किए जाने से बचने का उसका अंतिम प्रयास विफल हो गया था.
राणा ने 27 फरवरी को अमेरिकी उच्चतम न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर रोक लगाने के लिए आवेदन किया था. जिसे अदालत ने अस्वीकार कर दिया था. इसके बाद राणा ने अपने इस आवेदन को नवीनीकृत किया और अनुरोध किया कि नवीनीकृत आवेदन प्रधान न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स को भेजा जाए.
पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा है राणा
राणा को पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है, जो 26 नवंबर 2008 (26/11) हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है. मालूम हो कि मुंबई में आतंकी हमला साल 2008 में हुआ था, जिसमें छह अमेरिकी नागरिक सहित कुल 166 लोग मारे गए थे. इस घटना को समुद्री रास्ते से आए 10 आतंकवादियों ने अंजाम दिया था. मालूम हो कि पाकिस्तानी मूल का तहव्वुर राणा एक कनाडाई नागरिक है. वह लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य रहा है. मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और देश का सबसे बड़ा दुश्मन आतंकी तहव्वुर राणा को भारत लाया जा सकता है.
ISI के साथ मिलकर मुंबई हमले की रची थी साजिश
बताया जा रहा है कि राणा को भारत में लाने के बाद NIA भी उससे पूछताछ करेगी. पाकिस्तानी मूल का तहव्वुर राणा लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य था. उसने 26/11 मुंबई हमले में अमेरिकी आंतकी डेविड हेडली की मदद की थी. तहव्वुर राणा के पास कनाडा की नागरिकता है. उसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर मुंबई हमले की साजिश रची थी.
भारत सरकार 2019 से ही थी आतंकी राणा के प्रत्यर्पण की कोशिश में
पीएम मोदी की फरवरी महीने में अमेरिकी यात्रा के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का ऐलान किया था. भारत सरकार 2019 से आतंकी राणा के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी थी. अमेरिका से तहव्वुर राणा को भारत लाने की निगरानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह मंत्रालय कर रहा है.
जांच में यह भी सामने आया कि तहव्वुर राणा ने दुबई से मुंबई की यात्रा की थी. पुलिस की जांच रिपोर्ट बताती है कि वह 11 से 21 नवंबर 2008 तक पवई स्थित रेनेसां होटल में ठहरा था. उसके जाने के पांच दिन बाद यानि 26 नवंबर को मुंबई आतंकी हमलों से दहल उठा था.
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