Independence Day 2024: 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने कई लक्ष्यों और चुनौतियों को देशवासियों के सामने रखा.
15 August, 2024
Independence Day 2024: देश गुरुवार को 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने 11वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया. इसके बाद 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को लाल किले की प्राचीर से संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आजादी के दीवानों ने हमें स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया. यह देश महापुरुषों का सदैव ऋणी है. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने भविष्य के लक्ष्यों और चुनौतियों का भी जिक्र किया.
‘विकास को आकार देना भारत का लक्ष्य’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने ईज ऑफ लिविंग मिशन, कौशल भारत, ग्रीन जॉब्स और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, जलवायु परिवर्तन और राजनीति में नए लोगों को शामिल कराने समेत कई लक्ष्यों और चुनौतियों को देशवासियों के सामने रखा. लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इन लक्ष्यों और चुनौतियों का उद्देश्य भारत के विकास को आकार देना, नवाचार को बढ़ावा देना और देश को कई क्षेत्रों में ग्लोबल लीडर रूप में स्थापित करना है.
प्रधानमंत्री के संबोधन की महत्वपूर्ण बातें
ईज ऑफ लिविंग मिशन: प्रधानमंत्री मोदी ने मिशन मोड पर ‘ईज ऑफ लिविंग’ को पूरा करने के अपने विजन को दोहराया. उन्होंने बुनियादी ढांचे और सेवाओं में सुधार के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने की बात कही.
नालंदा की भावना को पुनर्जीवित करना: प्रधानमंत्री ने उच्च शिक्षा और रिसर्च को बढ़ावा देकर भारत को ग्लोबल शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित करते हुए प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की भावना को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया.
चिप-सेमीकंडक्टर उत्पादन: प्रधानमंत्री मोदी ने सेमीकंडक्टर उत्पादन में ग्लोबल लीडर बनने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. इसका उद्देश्य आयात पर निर्भरता कम करना और तकनीकी आत्मनिर्भरता यानी मेड इन इंडिया को बढ़ावा देना है.
कौशल भारत: बजट 2024 का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के युवाओं को प्रशिक्षित करने और दुनिया की कौशल राजधानी बनने के लिए सरकार की ओर से घोषित ऐतिहासिक पहलों पर प्रकाश डाला.
औद्योगिक मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र: प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को विशाल संसाधनों और कुशल लोगों का लाभ उठाते हुए वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने की कल्पना की.
भारत में डिजाइन, विश्व के लिए डिजाइन: प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी डिजाइन क्षमताओं की सराहना की और ऐसे उत्पाद बनाने का आग्रह किया जो घरेलू और अंतराराष्ट्रीय दोनों बाजारों की मांग पूरी करें.
ग्लोबल गेमिंग बाजार में अग्रणी: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को अपनी समृद्ध प्राचीन विरासत और साहित्य का लाभ उठाकर मेड इन इंडिया गेमिंग उत्पाद बनाने चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय पेशेवरों को ग्लोबल गेमिंग बाजार का नेतृत्व करना चाहिए, ना केवल खेलने में बल्कि गेम बनाने में भी. उन्होंने कहा कि भारतीय खेलों को दुनिया भर में अपनी पहचान बनानी चाहिए.
ग्रीन जॉब्स और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन: प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के भारत के प्रयासों में ग्रीन जॉब्स के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि देश का ध्यान अब ग्रीन ग्रोथ और ग्रीन जॉब्स पर है. यह पर्यावरण संरक्षण में योगदान करते हुए रोजगार के अवसर पैदा करेंगे.
हाइड्रोजन उत्पादन: प्रधानमंत्री ने ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में वैश्विक नेता बनने और पर्यावरण संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.
स्वस्थ भारत मिशन: प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत को स्वस्थ भारत के मार्ग पर चलना होगा. इसकी शुरुआत राष्ट्रीय पोषण अभियान के शुभारंभ के साथ हो चुकी है.
राज्य स्तरीय निवेश प्रतिस्पर्धा: प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों से निवेश आकर्षित करने, सुशासन का आश्वासन देने और कानून-व्यवस्था की स्थिति में विश्वास सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट नीतियां स्थापित करने का आह्वान किया.
वैश्विक मानक के रूप में भारतीय मानक: प्रधानमंत्री मोदी ने गुणवत्ता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए भारत की मान्यता की आकांक्षा पर बात की और कहा कि भारतीय मानकों को अंतरराष्ट्रीय मानक बनने की आकांक्षा रखनी चाहिए.
जलवायु परिवर्तन लक्ष्य: प्रधानमंत्री ने 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को दोहराया. उन्होंने कहा कि G20 देशों में भारत एकमात्र ऐसा देश है, जिसने पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा किया है.
चिकित्सा शिक्षा विस्तार: प्रधानमंत्री मोदी ने अगले 5 वर्षों में 75 हजार नई चिकित्सा सीटें जोड़ने की योजना की घोषणा की. इसका उद्देश्य देश की चिकित्सा शिक्षा क्षमता को बढ़ाना और स्वास्थ्य पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करना है.
राजनीति में नए लोगों को शामिल करना: प्रधानमंत्री मोदी ने 1 लाख युवाओं को राजनीतिक व्यवस्था में लाने का आह्वान किया. खास तौर पर उन युवाओं को जिनके परिवार में राजनीति का कोई इतिहास नहीं है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य भाई-भतीजावाद और जातिवाद की बुराइयों से लड़ना और भारत की राजनीति में नए लोगों को शामिल करना है.
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