Jammu and Kashmir: POK को लेकर एस जयशंकर (S. Jaishankar) के बयान पर Pakistan ने भारत से अपील करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) में स्थायी समाधान के शांति से बातचीत करे.
Jammu and Kashmir: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (S. Jaishankar) के बयानों से पाकिस्तान डर गया है. पाकिस्तान ने भारत से अपील करते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) में स्थायी समाधान के लिए शांति से बातचीत करे और एकतरफा तरीके से ना सुलझाए. बता दें कि एक बुक के लॉन्चिंग में बात करते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ बातचीत का युग अब खत्म हो चुका है. साथ ही कहा कि हम शांत नहीं बैठेंगे.
दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता महत्वपूर्ण- पाक
Pakistan के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने रविवार को भारत के विदेश मंत्री की ओर से जम्मू और कश्मीर पर हाल में दिए गए बयान पर कहा कि जम्मू और कश्मीर विवाद एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विवाद है. इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार हल किया जाना चाहिए. इस अनसुलझे संघर्ष का समाधान दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान स्पष्ट रूप से किसी भी ऐसे कथन को खारिज करता है, जिसमें कहा जा रहा हो कि जम्मू और कश्मीर विवाद को एकतरफा तरीके से सुलझाया जा सकता है.
सार्थक बातचीत में शामिल भारत- मुमताज जहरा बलूच
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि ऐसे दावे खतरनाक रूप से भ्रामक हैं. क्योंकि वह जमीनी हकीकत को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हैं. भारत की ओर से पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) में भारत की एकतरफा कार्रवाई इस वास्तविकता को नहीं बदल सकती और न ही कभी बदलेगी. पाकिस्तान बातचीत का राग अलापते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत से अपील करता है कि वह POK के बारे में अपनी भड़काऊ बयानबाजी को छोड़ दे और जम्मू-कश्मीर विवाद के न्यायसंगत, शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान के साथ दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए सार्थक बातचीत में शामिल हो.
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‘अच्छा पड़ोसी मिलने के मामले में हम थोड़े दुर्भाग्यशाली’
बता दें कि शुक्रवार को एक बुक के लॉन्चिंग में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ अब बिना किसी रुकावट के बातचीत का युग खत्म हो चुका है. हर एक्शन का परिणाम भुगतना पड़ता है. उन्होंने आगे कहा कि हम शांत नहीं बैठेंगे. चाहे अच्छा हो या बुरा, हम उस पर उचित प्रतिक्रिया जरूर देंगे. पड़ोसी देश हमेशा से ही एक पहेली की तरह होते हैं और दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं है, जिसे पड़ोसी देशों के मामले में चुनौतियों का सामना न करना पड़ा हो. बता दें कि कुछ महीनों पहले उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 के बाद हमारा लक्ष्य PoK की जमीन बदलने का है. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को PoK वापस कर देना चाहिए. हम अच्छा पड़ोसी मिलने के मामले में थोड़े दुर्भाग्यशाली हैं.
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