February 2024
भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने प्रमुख नीतिगत दर यानी रेपो रेट में लगातार छठी बार कोई बदलाव नहीं किया है। इसे 6.5 प्रतिशत पर ही स्थिर रखा है। इसका मतलब ये है कि आपका होम लोन, वाहन लोन या किसी भी कर्ज की मासिक किस्त यानी EMI पहले की तरह ही रहेगी।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को एमपीसी बैठक के नतीजों का ऐलान करते हुए कहा कि रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। उन्होंने कहा कि MPC की 6 सदस्यी टीम ने 5-1 की सहमति से ब्याज दर को 6.5 प्रतिशत पर ही रखने का फैसला किया है।
इससे पहले कब हुआ था रेपो रेट में बदलाव ?
RBI ने आखिरी बार 8 फरवरी, 2023 को रेपो रेट में बदलाव किया था। 25 आधार अंक यानि बीपीएस 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया था।
क्या होता है रेपो रेट ?
रेपो रेट वो ब्याज दर है जिस पर भारत का केंद्रीय बैंक यानी भारतीय रिज़र्व बैंक कमर्शियल बैंकों को ऋण देता है। मौजूदा रेपो रेट 6.50 फीसदी है।
रेपो रेट में क्यों किया जाता है बदलाव ?
रिजर्व बैंक महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों में इजाफा और कटौती करता है। ये मुद्रास्फीति ही है जिसे थामने के लिए सारी दुनिया के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी या कटौती करते रहते हैं।