UP Lok Sabha Election 7th Phase : लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम यानी सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की सीटों पर सबसे ज्यादा नजर रहेगी, क्योंकि वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद बतौर प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
30 May, 2024
UP Lok Sabha Election 7th Phase : लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें यानी अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर भी 01 जून को मतदान होना है. इनमें महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट शामिल है. वाराणसी सीट पर खुद पीएम नरेन्द्र मोदी चुनाव मैदान में हैं तो बलिया सीट पर पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ताल ठोक रहे हैं. इन 13 सीटों पर 04 जून को चुनावी नतीजे आने पर पता चलेगा कि किसकी होगी हार और किससे सिर जीत का ताज सजेगा?
वाराणसी से पीएम मोदी हैं मैदान में
यूपी में आखिरी चरण का चुनाव दिग्गज नेताओं के रणनीतिक कौशल और लोकप्रियता का इम्तहान होगा. साथ ही वाराणसी में भी इसी आखिरी चरण में मतदान होना है, जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं. इस लिहाज से यूपी का सातवां और आखिरी चरण का चुनाव सबसे रोचक होगा. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में देश-दुनिया की निगाहें इस संसदीय सीट पर लगी हैं.
मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से तीसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को सहयोगी दल BJP से एक और यानी राबर्टसगंज सीट भी मिली है. वहीं, अनुप्रिया पटेल को खुद अपनी सीट तीसरी बार जीतने के लिए इम्तहान देना है तो दूसरी सीट भी जिताने की जिम्मेदारी है. इस बीच उन्हें तमाम तरह की भीतरी और बाहरी चुनौतियों से भी जूझना पड़ रहा है.
डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय को हैट्रिक का भरोसा
उधर, चंदौली लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय भी अपनी जीत के सिलसिले को बनाए रखने की जद्दोजहद में लगे हैं. उन पर अपनी जीत की हैट्रिक बनाए रखने की चुनौती है. नरेन्द्र मोदी सरकार में भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय चंदौली सीटी से हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी रण में पसीना बहा रहे हैं. छात्र राजनीति से भाजपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष तक रहे डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय को अपनी जीत पर पूरा भरोसा है.
मुख्तार अंसारी मुद्दे का कितना असर ?
माफिया मुख्तार अंसारी के निधन के बाद मिलने वाली सहानुभूति का लाभ गाजीपुर और बलिया पर पड़ सकता है. इसकी उम्मीद में I.N.D.I.A. गठबंधन के प्रत्याशी उत्साहित हैं. गाजीपुर में मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी खुद ही प्रत्याशी हैं तो राजीव राय घोसी में समाजवार्दी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. बलिया से सपा के सनातन पांडेय को भी इसका लाभ मिलने की उम्मीद है. बलिया की दो विधानसभा सीटें जहूराबाद व मोहम्मदाबाद में मुख्तार परिवार का असर माना जाता है.
गोरखपुर से रविकिशन
गोरखपुर की पहचान गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं. गोरखपुर संसदीय क्षेत्र को BJP का किला माना जाता है. बीते लगभग 35 सालों में केवल एक बार को छोड़कर यह सीट BJP के ही पास रही है. यहां से इस बार भी BJP ने फिल्म कलाकार रविकिशन को ही दोहराया है, जो वर्तमान सांसद भी हैं. दूसरे लोकसभा क्षेत्रों के मुकाबले यहां का मतदाता कुछ ज्यादा मुखर है. इस संसदीय क्षेत्र में भोजपुरी बोली को पूरा सम्मान मिलता है, जिसके चलते भोजपुरी सिनेमा ने रविकिशन को ही चुनावी मैदान में उतारा है.
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