PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने जिस बेरहमी के साथ हमारे देश के नागरिकों को मारा है. इस दुख की घड़ी में पूरा देश एकजुट है.
PM Modi: बिहार के मधुबनी में पीएम मोदी ने आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. यहां पर उन्होंने राज्य को हजारों करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी. इसके साथ ही उन्होंने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले पर भी पाकिस्तान और आतंकी संगठनों को कड़ी चेतावनी दी. इस कार्यक्रम की शुरुआत से पहले ही पीएम मोदी ने मारे गए लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखा. इसके साथ ही पीएम मोदी ने मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
दुख की घड़ी में पूरा देश एकजुट है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने जिस बेरहमी के साथ हमारे देश के नागरिकों को मारा है. इस दुख की घड़ी में पूरा देश एकजुट है. पीएम मोदी ने कहा कि इस हमले में किसी का बेटा, किसी का पति, किसी का भाई, कोई कन्नड़ा, कोई मराठी, कोई उड़िया, कोई बिहारी, मारा गया है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे भारत का दुख इस समय एक जैसा है. ये हमला मात्र सैलानियों पर नहीं हुआ है बल्कि ये देश की आस्था पर हमला है.
आतंकी आकाओं को कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी
पीएम मोदी ने कहा कि जिन भी लोगों ने भारत के खिलाफ ये हमला किया है और जो लोग इस घिनौनी साजिश के पीछे हैं उनको भी परिणाम भुगतने होंगे. आतंकी आकाओं को कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी. हम आपको आपके कर्मों की सजा देकर रहेंगे. आतंकियों की बची-खुची जमीन भी मिट्टी में मिल जाएगी. गौर करने वाली बात है कि इस भाषण में पीएम मोदी ने हालांकि सीधे शब्दों में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया है. लेकिन इशारा साफ तौर पर वहीं था.
बिहार को पीएम मोदी की सौगात
बता दें कि बिहार चुनाव से पहले राज्य में चुनावी सरगर्मियां तेज हैं. पीएम मोदी ने मधुबनी में कहा कि बिहार देश का पहला राज्य था जहां पंचायतों में 50% आरक्षण दिया गया और इसी के चलते में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद करना चाहता हूं. आज इसके कारण राज्य में गरीब, दलित, महादलित, पिछड़े समाज की बहनें, बेटियां जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
पंचायती राज दिवस के मौके पर बिहार विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है, जहाँ अरबों रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ. इनमें बिजली, रेल और बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्य शामिल हैं, जो राज्य में रोजगार के नए द्वार खोलेंगे. पिछले दस वर्षों में 2 लाख से अधिक ग्राम पंचायतें इंटरनेट से जुड़ी हैं, और गाँवों में 5.3 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित हुए हैं. डिजिटल पंचायतों ने ग्रामीणों के लिए जीवन-मृत्यु प्रमाण पत्र और भूमि स्वामित्व जैसे दस्तावेजों को सरल बनाया है. साथ ही, जमीन के डिजिटल रिकॉर्ड ने खेती, आबादी, सरकारी और पंचायत भूमि से जुड़े झगड़ों को हल करने में सहायता प्रदान की है.
प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना की सफलता पर जोर देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य हर गरीब को पक्का घर देना है. बीते दशक में देश में 4 करोड़ से अधिक पक्के मकान बनाए गए, जिनमें बिहार में 57 लाख गरीब परिवारों, खासकर दलित, अति-पिछड़े और पसमांदा वर्गों को लाभ हुआ. हाल ही में लगभग 10 लाख परिवारों को आवास के लिए वित्तीय सहायता दी गई, जिसमें बिहार के 80,000 ग्रामीण और 1 लाख शहरी परिवार शामिल हैं.
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