Dimple Yadav: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की तरह उनकी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) भी अक्सर चर्चा में बनी रहती हैं. वर्तमान में अखिलेख यादव और डिंपल यादव के 3 बच्चे अर्जुन, टीना और अदिती हैं.
11 May, 2024
Dimple Yadav: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की तरह उनकी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) भी अक्सर चर्चा में रहती हैं. अखिलेख यादव और डिंपल यादव के 3 बच्चे अर्जुन, टीना और अदिति हैं. अर्जुन और टीना जुड़वां हैं. डिंपल यादव भले ही राजनीतिक परिवार से जुड़ी हो, लेकिन उन्हें हमेशा बहुत ही सिंपल लुक में देखा जाता है. डिंपल यादव का राजनीतिक करियर भी बेहद चर्चा में रहा है. मदर्स डे पर जानते हैं डिंपल यादव के बारे में.
डिंपल यादव रिटायर्ड भारतीय सेना कर्नल आरएस रावत और चम्पा रावत की 3 बेटियों में दूसरे नंबर पर हैं. मां चम्पा हाउस वाइफ हैं. डिंपल ने 1993 में आर्मी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की है. इसके साथ ही उन्होंने 12वीं 1995 में आर्मी पब्लिक स्कूल से ही की. हायर एजुकेशन की कड़ी में डिंपल यादव ने 2022 में बी.कॉम किया.
पहले ही चुनाव में मिली थी हार
डिंपल यादव ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2009 में की. उन्होंने फिरोजाबाद से राज बब्बर के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें डिंपल यादव को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद साल 2012 में लोकसभा उपचुनाव के दौरान डिंपल कनौज निर्वाचन क्षेत्र से निर्विरोध चुनाव में जीत हासिल कर सांसद बनीं. डिंपल यादव पूरे देश में 44वीं और उत्तर प्रदेश में चौथी प्रत्याशी बनीं जो निर्विरोध जीतीं. वह वर्ष 2014 में कन्नौज से सांसद बनीं. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वह सपा-बसपा गठबंधन से चुनाव में उतरी, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद साल 2022 में उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी से सांसद चुनी गईं.
जिम्मेदारियों बखूबी निभाती हैं
जब-जब पिता-पुत्र की जंग में पति अखिलेश कमजोर होते दिखे तब डिंपल यादव ने हमेशा उनका ख्याल रखा. इसके साथ ही वो अखिलेश की हौसला-आफजाई करतीं और उनका साथ देतीं हैं. डिंपल यादव राजनीतिक के साथ-साथ परिवार की भी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाती हैं. डिंपल यादव घरेलू जिम्मेदारी के साथ राजनीतिक मसलों पर भी अखिलेश को सलाह देकर उनकी मदद करती हैं.
चाचा शिवपाल को चुनाव के लिए मनाया
सामाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट उपचुनाव हुआ. इस सीट से सपा ने डिंपल यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी बनाया. मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव में सबसे बड़ी बात यह थी कि उन्होंने अपने चाचा शिवपाल यादव को मना लिया. इसके बाद फायदा यह हुआ कि डिंपल यादव ने लोकसभा के उपचुनाव में 2.88 लाख वोटों के बड़े अंतर से BJP के रघुराज शाक्य को मात दी थी.
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