2 MARCH 2024
लोकसभा चुनाव से पहले ही चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को एक एडवाइजरी जारी कर दी है। जिसमें आयोग ने भड़काऊ भाषण और बिना तथ्यों के बयान ना देने का सख्त निर्देश दिया है। चुनाव आयोग ने सख्ती करते हुए कहा है, कि चुनाव प्रचार के दौरान जाति और धर्म के आधार पर वोट नहीं मांगे जायेंगे। इसी के साथ मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारे या किसी दूसरे धार्मिक स्थल को लेकर बयान देने से बचना चाहिए। चुनाव आयोग ने कहा कि अगर इसका उल्लंघन किया गया तो सख्त कार्रवाई हो सकती है।
चुनावी तैयारियों की समीक्षा
चुनाव आयोग आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में एक डेलिगेशन यूपी के लखनऊ पहुंचा। जहां उन्होंने मंडल और जिला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम ने बैठक में अफसरों को दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में मुख्य रूप से चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार सहित सभी जिलों के जिलाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अरूण गोयल और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश दौरे के दूसरे दिन लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने जिला और मंडल स्तरीय अधिकारियों से लोकसभा चुनाव की तैयारियों और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। सूत्रों के मुताबिक निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों से लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के साथ ही वोट प्रतिशत बढ़ाने और सभी मतदान केंद्रों पर बाकी सभी व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के दिशा निर्देश दिए।
बच्चों से प्रचार कराने पर भी रोक
लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग इस बार सख्त रुख अपना रहा है। इससे पहले चुनाव आयोग ने चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों में बच्चों के इस्तेमाल को लेकर भी राजनीतिक दलों पर शिकंजा कसा था। आयोग ने कहा था कि चुनाव संबंधी किसी भी गतिविधि में बच्चों का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। इसको लेकर सख्त निर्देश जारी करते हुए आयोग की तरफ से राजनीतिक दलों को सलाह दी गई थी, कि वो चुनावी प्रचार में बच्चों का इस्तेमाल न करें।