Joint statement of Modi-Putin: भारत और रूस के मजबूत रिश्ते की एक और झलक पूरा विश्व देख रहा है. दोनों ने आपसी व्यापार को 2030 तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा करने का फैसला लिया है.
10 July, 2024
Joint statement of Modi-Putin: भारत और रूस ने आपसी व्यापार को 2030 तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा करने पर सहमति जताई. यह लक्ष्य निवेश को बढ़ावा देकर, आपसी व्यापार के लिए नेशनल करेंसी के इस्तेमाल और एनर्जी से लेकर खेती और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाकर हासिल किया जाएगा. हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉस्को में आयोजित 22वीं वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी किया.
इन सेक्टर्स में दिखेगी ग्रोथ
इस दौरान दोनों पक्षों ने रूस और भारत के बीच व्यापार को बढ़ावा देने पर जोर दिया. दोनों देशों ने 9 प्रमुख क्षेत्रों पर सहमति व्यक्त की. इनमें व्यापार, नेशनल करेंसी का व्यापार में इस्तेमाल, उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे जैसे नए मार्गों के जरिए माल परिवहन कारोबार में वृद्धि शामिल हैं. दूसरे सेक्टर्स में कृषि उत्पादों, खाद्य और उर्वरक व्यापार में बढ़ोतरी, परमाणु ऊर्जा समेत ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए बातचीत को मजबूत करना, डिजिटल अर्थव्यवस्था में निवेश और ज्वाइंट प्रोजेक्ट को बढ़ावा देना, दवाओं की आपूर्ति में सहयोग और मानवीय सहयोग को बढ़ावा देना शमिल है.
बॉलीवुड और एंटरटेनमेंट से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
दोनों देशों का मकसद
दोनों देशों की इस पहल का मकसद साल 2030 तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा के व्यापार का लक्ष्य हासिल करना है. इसमें भारत से सामान की सप्लाई में बढ़ोतरी शामिल है. इसके साथ ही निवेश गतिविधियों को फिर से जारी रखने पर भी सहमति जताई गई है. संयुक्त बयान में भारत और रूस ने नेशनल करेंसी में व्यापार करने पर भी सहमति जताई. इसका मतलब है कि भारत रूस से कच्चे तेल जैसी किसी भी खरीद का भुगतान इंडियन करेंसी में करेगा. इसके बदले में रूस इंडियन करेंसी का इस्तेमाल भारत से आयात के भुगतान के लिए कर सकता है.
राजनीति और अन्य विषयों से जुड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ेंः ASSEMBLY BY ELECTIONS : सात राज्यों की 13 सीटों पर वोटिंग शुरू, कई दिग्गजों की साख दांव पर