Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीट में एक है- बैतूल. इस सीट पर पूरे बैतूल और हरदा जिलों के अलावा खंडवा जिले के कुछ हिस्से हैं. ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है
21 April, 2024
1996 से लगातार जीत रही भाजपा
Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीट में एक है- बैतूल. इस सीट पर पूरे बैतूल और हरदा जिलों के अलावा खंडवा जिले के कुछ हिस्से हैं. ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. ये सीट बीजेपी का गढ़ रही है और यहां से पार्टी 1996 से लगातार जीत रही है. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने यहां से मौजूदा सांसद दुर्गा दास उइके को चुनाव मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला कांग्रेस के रामू टेकाम से है.
7 मई को होगी वोटिंग
यहां वोटरों के बड़े वर्ग के लिए बेरोजगारी सबसे अहम मुद्दा है. उनका कहना है बैतूल के शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के पूरे मौके नहीं हैं. बेरोजगारी के बाद महंगाई यहां का दूसरा अहम मुद्दा है. कुछ लोग नए सांसद से बेहतर मेडिकल सुविधाएं देने की उम्मीद कर रहे हैं. बैतूल लोकसभा सीट के लिए पहले 26 अप्रैल को दूसरे चरण में वोटिंग होनी थी, लेकिन बीएसपी उम्मीदवार अशोक भलावी के निधन की वजह से चुनाव स्थगित करना पड़ा. अब यहां तीसरे चरण में 7 मई को राज्य की 8 दूसरी सीट के साथ वोटिंग होगी.
बेरोजगार सबसे अहम समस्या
पुष्पेंद्र (निवासी, बैतूल) के मुताबिक, वही बेरोजगारी का मु्द्दा है मेन मुद्दा. आज जो पढ़ा-लिखा शिक्षित बेरोजगार है उसको रोजगार उपलब्ध होना चाहिए। अवसर मिलना चाहिए, उनको रोजगार के सरकारी नौकरियों में, सबसे मेन मुद्दा तो वही है बेरोजगारी का, जो युवा बेरोजगार जो घुम रहा है ना फालतू, पढा लिखा शिक्षित बेरोजगार वो सबसे अहम समस्या है.
रोजगार नहीं मिल रहा
सारगेन्दु (निवासी) का कहना है कि यहां पर तो जैसे क्या है कोई भी पार्टी जितकर आए हमें तो उससे कोई लेना देना नहीं है तो बच्चे लोग जो शिक्षित बेरोजगार जो हैं अपने शहर में बेतूल के अंदर तो कोेई भी अच्छी सी कंपनी खुलनी चाहिए, रोजगार मिलना चाहिए. वो पढे लिखे होने के बाद भी कई बच्चे तो बेचारे ऑटो चला रहे, मजदूरी कर रहे, कहीं कुछ कर रहे, कहीं बाहर जा रहे हैं अपने बेतूल जिल के भी, कई लोग ग्रामीण क्षेत्र से अपने शहर छोड़कर दूसरे शहर में काम के लिए जा रहे हैं। यहां पर कोई इंडस्ट्री खुलना चाहिए जिससे की अपने ही शहर के बच्चे लोग यहां काम करे या उनको रोजगार मिले.
गैस सिलेंडर के दाम स्थिर हों
काव्या (निवासी, बैतूल) का कहना है कि महंगाई बहुत तेजी से बढ़ती है जैसे ऑयल के जो हैं बहुत ज्यादा दाम बढ़ जाते हैं एकदम से, एकदम से कम हो जाते हैं. गैस सिलेंडर के दाम एकदम से बढ जाते हैं फिर घट जाते हैं मतलब वो चीजों को वो थोड़ा वो करना चाहिए सरकार ने.
यहां बेरोजगारी बड़ी समस्या
रितेश जायसवाल (निवासी, बैतूल) की मानें तो यहां पर सबसे पहली जो समस्या है यहां पर मेडिकल की बहुत बड़ी समस्या है। इसके लिए हमको जरा से काम के लिए नागपुर जाना पड़ता है. रोजगार की तो बहुत बड़ी समस्या है यहां मेडिकल क़ॉलेज नहीं है, इंजीनियरिंग कॉलेज तो एक खुला है बस.
विकास होना चाहिए
पंकज साहू (निवासी, बैतूल) का कहना है कि ऐसा है कि विकास होना चाहिए जो चीजें पहले नहीं हो पाई है वो अब होना चाहिए. जैसे कॉलेज, मेडिकल वगैरह ये सब चीज होना चाहिए ताकी बेतूल शहर में जो विकास का काम है वो दिखे, तो अपन भी वही चाहते है कि जब भी कोई भी आता है तो विकास होना चाहिए.
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