Madhya Pradesh Kisan Income : बुंदेलखंड इलाके के किसान आम तौर पर सूखे की मार और पानी की कमी से जूझते दिखते हैं. हालांकि इसी इलाके में आने वाले मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के आस-पास के कई गांवों के किसान फूलों की खेती कर बंपर कमाई कर रहे हैं.
18 April, 2024
Madhya Pradesh Kisan Income : त्योहारों और चुनाव अभियानों के दौरान फूलों की मांग बढ़ जाती है और इससे किसानों को अच्छे दाम मिल जाते हैं. उम्मीद है कि सूखे के लिए पहचाना जाने वाला बुंदेलखंड जल्द ही फूलों की खेती के लिए अपनी अलग पहचान बना लेगा. पारंपरिक फसलों के मुकाबले गुलाब, गेंदा और दूसरे मौसमी फूलों की खेती कर रहे किसान खुशहाल है. ऐसा इसलिए क्योंकि फूलों की खेती कम लागत और कम मेहनत उन्हें लखपति बना रहा है. कृषि विभाग सब्सिडी देकर फूलों की खेती के लिए किसानों को बढ़ावा दे रहा है.
कृषि विभाग ने किसानों को दी राहत
वहीं कृषि विभाग इन गांवों में ज्यादा मात्रा में किसान खेती करते हैं और फूलों की खेती से ज्यादा इनकम प्राप्त कर रहे हैं और ये जो विभाग द्वारा भी हम उन लोगों को प्रोत्साहित करते हैं योजना का लाभ लेने के लिए, उसमें पुष्प की खेती करने वाले किसानों को कृषि विभाग 16000 रुपये प्रति हेक्टेयर का अनुदान देता है, जिसमें लागत 32000 रुपये आती है, उसका 50 प्रतिशत 16,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का हम उसको अनुदान के तौर पर उपलब्ध कराते
हैं.
किसानों को कैसे होता है फायदा
मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में फूल बेजकर किसान काफी लाभ कमा रहा हैं. दरअसल, यहां के किसान बताते है कि गेंदे के फार्म में खेती से काफी फायदा होता है. इसके साथ ही यहां के किसान बताते है कि इस खेती में मेहनत और लागत दोनों ही कम लगती है. कम से कम एक एकड़ में लाख खाड़ की खेती हो जाती है, जिसके चलते खर्चा काटकर अच्छी खासी बचत भी हो जाती है.
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