Delhi Liquor Scam 2021 : दिल्ली शराब नीति 2021 मामले में गिरफ्तार संजय सिंह ने जमानत मिलने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी के 2 करोड़ लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, माताओं और बहनों की बसों में फ्री यात्रा देने के लिए काम कर रहे हैं. उस मुख्यमंत्री को जेल में डालने के पीछे कितनी गहरी और बड़ी साजिश रची गई है.
5 April, 2024
Delhi Liquor Scam 2021 : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बड़े आरोप लगाए और कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी एक साजिश के तहत हुई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली शराब घोटाले (Delhi Liquor Scam 2021) मामले में जिन आरोपियों को पकड़ा गया. उनसे तब तक पूछताछ की जाती रही जब तक उन्होंने अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं ले लिया. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पहले के बयानों को कई तबज्जो नहीं दी. लेकिन जैसे ही अरविंद केजरीवाल का नाम उन्होंने लिया और उसके बाद बयान को मान लिया गया.
मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी गहरी साजिश के तहत हुई
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी के लोगों के लिए 2 करोड़ लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, माताओ एवं बहनों की बसों में फ्री यात्रा देने के लिए काम कर रहा है. उस मुख्यमंत्री को जेल में डालने के पीछे कितनी गहरी और बड़ा साजिश रची गई है. इसका मैं आज एक-एक करके खुलासा करना चाहता हूं और दूसरी बात यह शराब घोटाला दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने किया है और इसके अंदर कोई छोटे-मोट लोग शामिल नहीं हैं. बल्कि इसमें भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के नेता शामिल हैं.
आरोपी ने पहले चैरिटेबल ट्रस्ट के लिए जमीन मांगी
संजय सिंह ने कहा कि एक व्यक्ति मंगुटा रेड्डी है, जिसने कुल तीन बयान दिए और उसके बेटे राघव मंगुटा ने सात बयान दिए, जहां बाप-बेटे ने मिलाकर 10 बयान जारी किए. जब मंगुटा रेड्डी से 16 सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के द्वारा पूछा गया कि क्या आप अरविंद केजरीवाल से मिलते हैं? तो उसने उसी बात की सच्चाई को उजागर किया जो बात सच थी. उसने कहा कि हां में मिला था लेकिन चैरिटेबल ट्रस्ट की जमीन के मामले में मिला था. इसके बाद उसके बेटे राघव मंगुटा को गिरफ्तार किया जाता है और पांच महीनों तक जेल के अंदर रखा जाता है. इसके बाद वो अपना बयान बदल देता है, 16 सितंबर को पहली बार कार्रवाई होती है मंगुटा रेड्डी सांसद पर 16 सितंबर को कार्रवाई होती है और 10 फरवरी तक उसको कहा जाता है कि केजरीवाल के खिलाफ बयान दो, लेकिन जब मंगुटा बयान नहीं देता है तो उसके बेटे राघव को गिरफ्तार कर लिया जाता है. 10 फरवरी से लेकर 16 जुलाई तक सात बयान लिए जाते हैं.
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