Lok Sabha Election 2024 : यूडीएफ उम्मीदवार शफी परम्बिल की युवाओं के बीच काफी लोकप्रियता दिख रही है. उनका दावा है कि सीपीआई (एम) और भाजपा दोनों के पास कोई मुद्दा नहीं है. दूसरी तरफ शैलजा राज्य की स्वास्थ्य मंत्री रह चुकी हैं और कोरोना के दौरान उनके प्रबंधन को लेकर संयुक्त राष्ट्र भी तारीफ कर चुका है.
17 April, 2024
Lok Sabha Election 2024 : केरल की वडकारा लोकसभा सीट पर यूडीएफ के उम्मीदवार शफी परम्बिल हैं और सीपीएम की तरफ से केके शैलजा प्रत्याशी हैं. वर्तमान समय में पलक्कड़ से यूडीएफ विधायक शफी परम्बिल को गठबंधन के मौजूदा सांसद मुरलीधरन की जगह वडकारा से टिकट दिया गया है. यूडीएफ की नजर इस इलाके में 31 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम वोटरों पर है. टीपी चंद्रशेखरन की हत्या के बाद बनी रिवोल्यूशनरी मार्क्सवादी पार्टी भी यूडीएफ का समर्थन कर रही है.
शफी की युवाओं के बीच में बढ़ी लोकप्रियता
जबकि शफी की युवाओं के बीच काफी लोकप्रियता दिख रही है. उनका दावा है कि सीपीआई (एम) और भाजपा दोनों के पास कोई मुद्दा नहीं है. लेकिन दूसरी तरफ शैलजा राज्य की स्वास्थ्य मंत्री रह चुकी हैं और कोरोना के दौरान उनके प्रबंधन को लेकर संयुक्त राष्ट्र भी तारीफ कर चुका है. शैलेजा केरल में एक अच्छी छवि वाली लीडर रही हैं. इसलिए कहा जा रहा है कि वह इसबार का लोकसभा चुनाव जीतेंगी. सीपीआई (एम) की उम्मीदवार चूरोडे में पारिवारिक स्वास्थ्य केंद्र भी पहुंचीं थीं. जहां उन्होंने पारिवारिक स्वास्थ्य केंद्र जो राज्य के 800 में से एक है जिसे शैलजा ने स्वास्थ्य मंत्री रहते स्वास्थ्य केंद्र से अपग्रेड किया था. दूसरी तरफ केके शैलजा बड़े वादों के बजाय वोटरों तक पहुंचने में ज्यादा यकीन कर रही हैं.
प्रधानमंत्री के विकास एजेंडे से BJP उम्मीदवार को मिलेगी जीत ?
वहीं एडीए ने वडकारा से प्रफुल्ल कृष्णन को मैदान में उतारा है. उनके चुनाव प्रचार में काफी तेजी दिखाई दे रही है. प्रफुल्ल भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के विकास एजेंडे के दम पर उन्हें जीत की पूरी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि वडकारा की जनता इस बार उन्हें चुनकर सबको हैरान कर देगी. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की तमाम कोशिशों के बावजूद जानकार मानते हैं कि वडकारा में चुनावी लड़ाई मुख्य रूप से यूडीएफ और एलडीएफ के बीच ही है.
भाजपा का विरोध कांग्रेस ही कर सकती है
यूडीएफ उम्मीदवार शफी परम्बिल ने कहा कि क्या हम कांग्रेस के बिना भाजपा विरोधी माहौल के बारे में सोच सकते हैं? क्या कांग्रेस के लिए हर सीट महत्वपूर्ण नहीं है? केरल के मुख्यमंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि राहुल गांधी कभी मणिपुर नहीं गए. हमारे देश में हर किसी ने देखा और जानता है कि वहां पहुंचने वाले राहुल गांधी पहले व्यक्ति थे और वे इसका विरोध करने वाले भी. उन्होंने उन्हें अंदर जाने से रोकने की भी कोशिश की, इसलिए वास्तव में यहां भाजपा विरोधी ताकत कांग्रेस है.
CAA लागू करने के दौरान कांग्रेस चुप थी : शैलजा
एलडीएफ प्रत्याशी के. के. शैलजा ने कहा कि नागरिकता कानून लागू होने पर यूडीएफ सांसद चुप थे. देश के भविष्य के बारे में बड़ी चिंता देश के लिए प्रेम है. देश के लिए ये प्रेम वास्तव में केवल वामपंथियों की तरफ से जताया गया है. उन्होंने आगे कहा कि हमें अपना टैक्स शेयर नहीं मिला, उन्होंने हमारे फंड काट दिए. इन मुद्दों ने राज्य को बहुत प्रभावित किया. चार से पांच महीने तक हम पेंशन नहीं दे सके और लोग इसके कारण परेशान रहे. हमने इन फंडों से ही अपनी जिंदगी चलाई है इसलिए हम उन्हें अचानक ना नहीं कह सकते हैं.
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