Home RegionalDelhi दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्नी को नहीं मिला व्हीलचेयर तो अभिनेता वीर दास ने एयर इंडिया को सुनाई खरी-खोटी

दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्नी को नहीं मिला व्हीलचेयर तो अभिनेता वीर दास ने एयर इंडिया को सुनाई खरी-खोटी

by Sanjay Kumar Srivastava
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actor veer das

दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्नी को व्हीलचेयर न मिलने पर कॉमेडियन व अभिनेता वीर दास का गुस्सा फूट पड़ा. अभिनेता ने एयर इंडिया को खूब खरी-खोटी सुनाई.

New Delhi: दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्नी को व्हीलचेयर न मिलने पर कॉमेडियन व अभिनेता वीर दास का गुस्सा फूट पड़ा. अभिनेता ने एयर इंडिया को खूब खरी-खोटी सुनाई. कॉमेडियन-अभिनेता वीर दास ने मंगलवार को कहा कि एयर इंडिया ने पैर में फ्रैक्चर से उबर रही उनकी पत्नी के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं कराई, जबकि एयरलाइन की प्रणाम सेवा पर पहले से ही इसकी बुकिंग हो चुकी थी.

दास ने एक्स पर एक लंबी पोस्ट में एयरलाइन की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने मुंबई से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में दो सीटों के लिए 50-50 हजार रुपये का भुगतान किया, लेकिन यात्रा के दौरान उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. दिल्ली में उतरने के बाद अभिनेता ने कहा कि उनकी पत्नी शिवानी माथुर को सीढ़ी के जरिए फ्लाइट से बाहर निकलना पड़ा. दास ने पोस्ट में कहा, “प्रिय @airindia, कृपया अपनी व्हीलचेयर वापस ले लें. मैं आजीवन आपका आभारी हूं.

50 हजार प्रति सीट, टूटी हुई टेबल, टूटे हुए पैर के रेस्ट, झुकी हुई सीट, ये है फ्लाइट का हाल

मुझे लगता है कि आपके पास आसमान में सबसे बढ़िया केबिन क्रू है, ये पोस्ट लिखते हुए मुझे बहुत दुख हो रहा है. मेरी पत्नी और मैंने प्रणाम और व्हीलचेयर बुक की है क्योंकि उनके पैर में फ्रैक्चर है जो अभी भी ठीक हो रहा है. हम दिल्ली जा रहे हैं. 50 हजार प्रति सीट, टूटी हुई टेबल, टूटे हुए पैर के रेस्ट, उनकी सीट झुकी हुई है, पूरी तरह से सीधी नहीं हो रही है. दास ने कहा कि फ्लाइट में दो घंटे की देरी हुई और जब प्लेन लैंड हुआ तो उन्हें सीढ़ी का इस्तेमाल करके नीचे उतरने के लिए कहा गया.

उन्होंने कहा, “फ्रैक्चर के बावजूद मेरी पत्नी सीढ़ी से नीचे उतरती है. मैंने बसों के पास नीचे एयर इंडिया के एक कर्मचारी को बताया कि क्या हुआ. उसने कहा, ‘सर क्या करें…सॉरी’. एक्टर की पोस्ट पर एयर इंडिया के आधिकारिक हैंडल से जवाब आया.एयर इंडिया ने पोस्ट किया, “प्रिय श्री दास, हम इस अनुभव को समझते हैं और सहानुभूति रखते हैं. कृपया हमें बुकिंग विवरण डीएम के माध्यम से साझा करें ताकि हम इस पर प्राथमिकता से विचार कर सकें. पोस्ट में दास ने ये भी कहा कि उन्हें टर्मिनल पर भी व्हीलचेयर मिलने में मुश्किल का सामना करना पड़ा.

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