Haryana Election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव में 2019 तक कांग्रेस और BJP के बीच सीधा मुकाबला रहा है. लेकिन AAP ने 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के एलान के बाद मुख्य पार्टियों की चिंता बढ़ा दी है.
16 August, 2024
Haryana Election 2024 : चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है. हरियाणा में 01 अक्टूबर को चुनाव होंगे और 4 अक्टूबर को परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. देश की राजधानी से सटे इस राज्य में विधानसभा की 90 सीटों पर चुनाव होगा. इस लड़ाई में अभी तक भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता रहा है. लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने एंट्री कर दी है और अपनी मजबूती की बात कर रही है.
AAP दिखाएगी अपनी ताकत?
मामला यह है कि अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए AAP ने सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. इस कारण अब राज्य में मुख्य पार्टी BJP और कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई है. आम आदमी पार्टी की एंट्री से हरियाणा में त्रिकोणीय मुकाबला होता हुआ दिख रहा है. इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चड़ीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि अबकी बार राज्य में आम आदमी पार्टी अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार है.
2019 के चुनाव में BJP ने जीती थी 40 सीट
विधानसभा चुनाव 2019 में AAP ने 46 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, लेकिन उसके सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. इस बार पार्टी के वरिष्ठ नेता दावा कर रहे हैं कि पार्टी राज्य में मजबूत दावेदारी पेश करेगी. वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया था. हालांकि 36.7 फीसदी वोट के साथ BJP 40 सीट जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. दूसरी तरफ कांग्रेस 28.2 फीसदी वोट शेयर के साथ 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि क्षेत्रीय पार्टी JJP ने 10 सीट, हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) 1, INLD 1, 7 सीटों पर अन्य जीत दर्ज की थी.
क्या क्षेत्रीय दल निभाएंगे अहम भूमिका!
वहीं, क्षेत्रीय पार्टियां विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाती है. JJP ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर दर्ज की थी, जबकि इस बार INLD और BSP के बीच गठबंधन के बाद कई सीटों पर जीत दर्ज करने की दावेदारी कर रही है. दरअसल, इस बार सबकी निगाहें आम आदमी पार्टी पर टिकी हुई है. क्योंकि हरियाणा के दोनों तरफ AAP की सरकार है और पार्टी काफी एक्टिव भी दिख रही है. लोकसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ था, लेकिन विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं लड़ रहे हैं.
क्या AAP लड़ेगी बुनियादी मुद्दों पर चुनाव?
बताया जा रहा है कि BJP 2014 के बाद से लगातार सीटों में गिरावट आ रही है. जहां एक तरफ विधानसभा चुनाव में BJP 47 सीटें तो 2019 में 40 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी. इस बार आशंका जताई जा रही है कि बेरोजगारी और मंहगाई जैसे मुद्दे पर काफी अहम माने जा रहे हैं. इन्हीं मुद्दों के माध्यम से कांग्रेस अपनी सरकार बनाने की बात कह रही है. वहीं. आम आदमी पार्टी राज्य में बिजली, पानी और बस का सफर मुफ्त करने की बात कह रही है. साथ ही पार्टी अन्य राज्यों की तरह यहां पर भी शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मु्द्दों को अपने घोषणापत्र में शामिल करके प्रचार करने की योजना बना रही है.
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