Naib Singh Saini Swearing : नायब सिंह सैनी ने आज हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए.
Naib Singh Saini Swearing : नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई अन्य लोग भी शामिल हुए. पंचकूला में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. हरियाणा में BJP ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीट जीतकर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की और तीसरी बार राज्य में उनकी सरकार बन गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री कौन थे और किसका कार्यकाल सबसे छोटा था.
11 लोग मुख्यमंत्री के रूप में कर चुके हैं काम
साल 1996 में पंजाब से अलग होकर हरियाणा बना था. हरियाणा के गठन के बाद से कुल 11 लोग मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के बीडी शर्मा राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे. उनका कार्यकाल 143 दिन का था 1 नवंबर 1966 से लेकर 24 मार्च 1967 तक वो मुख्यमंत्री रहे.
सबसे लंबे समय तक रहे मुख्यमंत्री
भजन लाल बिश्नोई हरियाणा के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री हैं. 11 साल और 10 महीने तक वो सीएम के पद पर बने रहे. 1968 में आदमपुर के लिए हुए उपचुनाव में उन्होंने पहली विधानसभा सीट जीती थी. 1979 में भजनलाल लाल पहली बार सीएम बने थे, उस समय वो जनता पार्टी के 37 विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे. 1982 और 1991 में फिर से सीएम भजनलाल लाल ही बने थे.
6 दिन के बने मुख्यमंत्री
वहीं, ओमप्रकाश चौटाला के नाम सबसे कम समय का मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड है. देवी लाल जब उप प्रधानमंत्री बन गए थे तो उस समय पहली बार ओमप्रकाश चौटाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. हालांकि उस समय ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा विधानसभा के मेंबर नहीं थे. ऐसे में उन्हें 6 महीने के भीतर विधायक बनना था. उन्होंने फिर रोहतक सीट को चुनाव के लिए चुना, लेकिन चुनाव के दौरान महम में दंगे भड़क गए और एक पार्टी वर्कर की मौत हो गई तो चुनाव को रद्द कर दिया गया. महम में फिर से चुनाव हुआ तो दोबारा हिंसा भड़क गई और फिर चुनाव को रद्द करना पड़ गया. इन सब कुछ में 6 महीने का समय निकल गया और वो विधायक नहीं बन पाए, जिसके कारण उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया. वहीं, इसके कुछ महीने बाद ही हरियाणा में फिर से चुनाव हुआ और ओमप्रकाश चौटाला को जीत मिल गई. हुकुम सिंह को हटाकर ओमप्रकाश चौटाला को मुख्यमंत्री बनाया गया, लेकिन फिर से वो ज्यादा दिन के लिए मुख्यमंत्री नहीं बन पाए. ओमप्रकाश चौटाला पर उस समय आपराधिक केस चल रहा था तो वी.पी. सिंह चाहते थे कि जब तक यह केस चल रहा है वो सीएम ना रहे और फिर ऐसे में महज 6 दिन बाद ही ओमप्रकाश चौटाला को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था.
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