Jammu/Ramban: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में रविवार की तड़के भारी बारिश की वजह से अलग-अलग जगहों पर अचानक बाढ़ आने से 3 लोगों की मौत हो गई. साथ ही इस दौरान रेसक्यू टीम ने 100 से अधिक लोगों को बचा लिया. आपदा आने से यातायात प्रभावित हुआ और अब सड़क के दोनों तरफ हजारों वाहन खड़े हो गए हैं.
Jammu/Ramban: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में रविवार सुबह बारिश से कई जगहों पर बाढ़ आने से तीन की मौत हो गई और सौ से अधिक लोगों को बचाया गया. रामबन के सेरी बागना गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें आकिब अहमद और मोहम्मद साकिब शामिल हैं. गांव में बचाव अभियान जारी है. ताजा मौतों के साथ ही जम्मू क्षेत्र में दो दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में पांच लोगों की जान जा चुकी है. रियासी जिले के अरनास इलाके में शनिवार देर रात बिजली गिरने से एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई और एक अन्य महिला घायल हो गई. दस घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जबकि बाकी को आंशिक नुकसान पहुंचा है.
नाले के उफान पर आने से आई बाढ़ में बह गए कई वाहन
अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश और बादल फटने के बावजूद मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने फंसे हुए 100 से अधिक ग्रामीणों को बचाया. नाले के उफान पर आने से आई बाढ़ में कई वाहन बह गए. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि भारी बारिश, बादल फटने, तेज हवाओं, भूस्खलन और ओलावृष्टि के कारण पूरे जिले में भारी नुकसान हुआ है. प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए बाद में आकलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजमार्ग पर बारिश जारी है और यात्रियों को मौसम में सुधार होने और सड़क साफ होने तक मुख्य सड़क पर यात्रा न करने की सलाह दी गई है. अधिकारियों ने कहा कि 250 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर सैकड़ों यात्री फंस गए हैं. यह कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र ऑल-वेदर रोड है.

पंथियाल के पास सड़क का एक हिस्सा बहा
अधिकारियों ने कहा कि पंथियाल के पास सड़क का एक हिस्सा भी बह गया और सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति का आकलन करने के लिए एक बैठक बुलाई थी. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने त्वरित कार्रवाई के लिए डिप्टी कमिश्नर बसीर-उल-हक चौधरी के नेतृत्व में जिला प्रशासन की सराहना की.
उन्होंने कहा कि मैं डिप्टी कमिश्नर के लगातार संपर्क में हूं. जिला प्रशासन समय पर और त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशंसा का पात्र है, जिससे कई कीमती जान बचाने में मदद मिली. उधमपुर के सांसद ने कहा कि हर तरह की राहत वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान की जा रही है. सिंह ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर को बता दिया गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो जो भी और जरूरत होगी, वह सांसद के निजी संसाधनों से भी मुहैया कराई जा सकती है.
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