Tiger’s Death in Maharashtra: महाराष्ट्र के विदर्भ में मंगलवार को 48 घंटे के अंदर दो बाघों की मौत हो गई. इनमें से 1 बाघ की मौत चंद्रपुर जिले में 2 बाघों के बीच लड़ाई के दौरान हुई. वहीं दूसरे बाघ की मौत रामटेक जंगल में बेहोश करने के बाद दिल का दौरा पड़ने से हो गई.
15 May, 2024
Maharashtra Tiger’s Death: महाराष्ट्र के विदर्भ में मंगलवार को 48 घंटे के अंदर दो बाघों की मौत हो गई है. इनमें से 1 बाघ की मौत चंद्रपुर जिले में 2 बाघों के बीच लड़ाई के दौरान हुई. वहीं दूसरी बाघ की मौत रामकेट जंगल में बेहोश करने के बाद दिल का दौरा पड़ने से हो गई. नागपुर जिले के रामटेक वन उद्यान में एक बाघ पिछले कुछ महीनों से जानवरों का शिकार कर रहा था. इससे पूरे ग्रामीणों की जान पर खतरा था. वन विभाग ने इसे ट्रैंकुलाइज (बेहोश) कर पकड़ने का आदेश दिया.
Tiger’s Death in Maharashtra: हाराष्ट्र के विदर्भ को भारत की बाघ राजधानी कहा जाता है
वन विभाग के अधिकारी हरवीर सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान जानकारी दी कि रविवार दोपहर को वन विभाग रामटेक में बाघ को ट्रैंकुलाइज करने में सफल रहा. इसके अलावा रामटेक से बाघ को नागपुर के वाइल्डलाइफ अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद बाघ की मौत हो गई. इसके बाद पोस्मॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि बाघ की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. साथ ही महाराष्ट्र के विदर्भ को भारत की बाघ राजधानी कहा जाता है. विदर्भ का पूर्वी क्षेत्र महाराष्ट्र के सबसे पुराने राष्ट्रीय उद्यान, ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व है. यह पूरे देश के 39 प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व में से एक है.
Tiger’s Death in Maharashtra: दौरा पड़ने की वजह से बाघ की हुई मौत
रामटेक फॉरेस्ट एरिया के एसीएफ (ACF) हरवीर सिंह का कहना है कि 12 तारीख को लगभग 3 बजे करीब हम उसको ट्रेंक्यूलाइज कर पाए और पूरी प्रक्रिया के तहत, सभी मेडिकल वेटनरी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हम उसको ट्रेंक्यूलाइज करके केज में डालकर अपने डब्ल्यूआरसीटी (WRCT) लाए. सब कुछ ठीक था, लेकिन दुर्भाग्य से यहां आने के बाद उसकी मौत हो गई. अगले दिन बाघ का पोस्टमार्टम हुआ, ऑफिशियल रिपोर्ट में आया कि उसकी मौत दिल के दौरा पड़ने की वजह से हुई है.
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