Sambhal Masjid Survey Violence: पुलिस ने बताया कि संभल की जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों-पुलिस के बीच हुई झड़प में 3 लोगों की मौत हो गई.
Sambhal Masjid Survey Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में इस वक्त तनाव चरम पर है. संभल की जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर भीड़ उग्र हो गई.
रविवार (24 नवंबर) को सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में 3 लोगों की मौत हो गई. 3 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए पुलिस कमिश्नर अंजनेय सिंह ने कहा कि पुलिस की गोली लगने से उनकी मौत नहीं हुई है.
पोस्टमार्टम से पता चलेगा मौत का कारण
रविवार को संभल में हुई हिंसक झड़प के बाद मुरादाबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनेय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में तीनों मृतकों के शरीर पर गोली का कोई निशान नहीं मिला है. यानी झड़प में तीन लोगों की मौत पुलिस की गोली लगने तीन लोगों की मौत नहीं हुई.
उन्होंने बताया कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा. पुलिस कमिश्नर अंजनेय सिंह के मुताबिक मृतकों की पहचान नईम, बिलाल और नौमान के रूप हुई है. साथ ही उन्होंने बताया कि झड़प में 20 से अधिक पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है.
उन्होंने बताया कि शाही जामा मस्जिद में जैसे ही सर्वे की टीम पहुंची, वैसे ही मस्जिद से पास भीड़ जुट गई. पुलिस के मुताबिक सर्वे के लिए सोच समझ कर सुबह का वक्त तय किया गया, ताकि इस दौरान दोपहर में नमाज पढ़ने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो.
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हिंसा के दौरान PRO के पैर में लगी गोली
मुरादाबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनेय सिंह ने यह भी कहा कि इस घटना से एक बात तो साफ है कि जामा मस्जिद के बाहर इतनी भारी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की कोई जरूरत नहीं थी.
उन्होंने बताया कि मस्जिद के इमाम साहब और संबंधित पक्षों के लोगों को ही वहां बुलाया गया था. सर्वे के दौरान मस्जिद के इमाम साहब ने पूरा सहयोग किया था. सर्वे भी जिला अदालत के आदेश पर कराई जा रही थी. अदालत के आदेश में पुलिस बल की ओर से कुछ भी नहीं किया जाना था.
उन्होंने बताया कि वहां मौजूद उपद्रवियों ने पहले गोलियां चलाईं. जिसमें पुलिस अधीक्षक के PRO के पैर में गोली लगी. पुलिस सर्कल अधिकारी को गोली के छर्रे लगे. पुलिस कमिश्नर ने इस दौरान कहा कि जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि पुलिस की ओर से फायरिंग नहीं की गई थी.
पूरे घटनाक्रम की हुई ड्रोन से वीडियोग्राफी
हिंसा भड़कते ही दो महिलाओं समेत दस लोगों को हिरासत में लिया गया है. पथराव की घटना पर SP कृष्ण कुमार ने कहा कि पत्थरबाजों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई होगी. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि दीपा सराय इलाके में गोलियां कहां से चलाई गई.
SP कृष्ण कुमार ने यह भी कहा कि पूरे घटनाक्रम की ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है और CCTV की मदद से सभी लोगों की पहचान की जाएगी.
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस की ओर से हल्का बल प्रयोग किया गया और आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
मस्जिद के पास अतिरिक्त पुलिस टुकड़ियों को तैनात किया गया है. उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख प्रशांत कुमार भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
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