Dhanteras 2024: धनतेरस को धन्वंतरि जयंती और धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. आइए जानते हैं धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त, कुबेर के आगमन का समय और पूजन विधि.
29 October, 2024
Dhanteras 2024: देशभर में धनतेरस का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. सनातन धर्म में यह त्योहार धन, सुख-समृद्धि और आरोग्य का प्रतीक माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस हर साल कार्तिक महीने की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस दिन से ही 5 दिनों तक चलने वाले दीवाली पर्व की शुरुआत हो जाती है. धनतेरस को धन्वंतरि जयंती और धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन और सिक्के खरीदने की परंपरा है. भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त, कुबेर के आगमन का समय और पूजन विधि.
धनकुबेर आगमन का समय
ज्योतिषाचार्य डा. अल्पना मिश्रा (Dr.Alpana Mishra, Astrologer Plam Redar & Vastu Visheshgya) के अनुसार, धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 29 अक्तूबर की रात 07 बजकर 15 मिनट से लेकर 08 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. यह समय धनकुबेर आगमन का सर्वोत्तम समय है.
धनतेरस पूजन का सामान्य समय
ज्योतिषाचार्य डा. अल्पना मिश्रा के मुताबिक , धनतेरस पूजा का सामान्य समय शाम 05 बजकर 31 मिनट से लेकर 08 बजकर 31 मिनट तक रहेगा.
धनतेरस पूजा विधि
- धनतेरस पूजन के दौरान भगवान कुबेर को निबोड़ा (एक नींबू से बड़ा फल) अर्पित करें.
- धनतेरस पर भगवान कुबरे को अपनी राशि के अनुसार शुभ रंग की मिठाई का भोग लगाएं.
- पूजा में अपने अनाज भंडारण के पांच अनाजों को अवश्य शामिल करें.
- धनतेरस पूजा के दौरान सूखे आंवले का खास महत्व हैं. भगवान कुबेर को सूखा आंवला चढ़ाना बेहद शुभ होता है.
- धनतेरस के दिन घर में 13 दिए अवश्य जलाएं.
- धनतेरस पूजा में श्रीसूक्त का पाठ इसी दिन से शुरू करना बेहद शुभ माना जाता है.
- मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर के पूजन में धनिया और गुड़ को अवश्य शामिल करें. लेकिन दोनों को अलग-अलग रखें.
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