Gujarat Golden Ramayana: गुजरात में सूरत के पास भेस्तान इलाके के एक मंदिर में सोने से बनी स्याही का इस्तेमाल कर अनोखी रामायण को लिखा गया है. श्रद्धालु हीरों से बनीं इस खास रामायण के दर्शन राम नवमी समेत साल के कुछ खास दिन ही कर सकते हैं.
18 April, 2024
Gujarat Golden Ramayana: गुजरात में सूरत के पास भेस्तान इलाके के एक मंदिर में सोने से बनी स्याही का इस्तेमाल कर अनोखी रामायण को लिखा गया है. श्रद्धालु हीरों से बनीं इस खास रामायण के दर्शन राम नवमी समेत साल के कुछ खास दिन ही कर सकते हैं. इस 530 पन्ने की रामायण में 222 तोला सोने की स्याई से चौपाइयां लिखी गई हैं. इसे रामभाई गोकर्णभाई ने 1981 में लिखा था. ये पहली रामायण है, जिसे लिखने में पूरी तरह से हीरे, माणिक और पन्ना जैसे रत्नों का इस्तेमाल किया गया है. इस खास रामायण का वजन 19 किलोग्राम है.
Gujarat Ram Navami : दर्शन कर श्रद्धालु जता रहे खुशी
महेंद्र देवधारा (केयरटेकर, गोल्डन रामायण) का कहना है कि उसमें 22 ग्राम सोना है, 20 ग्राम सोना राम जी के लिए है, बाकी दो ग्राम सोना गणेश, हनुमान और शिव के लिए है. आठ किलो चांदी के साथ 4000 कीमती पत्थर हैं, जिनमें हीरा, रूबी, माणिक और नीला शामिल हैं. रामायण का कुल वजन 19 किलोग्राम है. राम नवमी के मौके पर सोने की स्याही से लिखी इस खास रामायण के दर्शन कर श्रद्धालु खुश हैं.
Gujarat Ram Navami : गुजराती नववर्ष पर आते हैं लोग
विलाश जोशी (श्रद्धालु) के मुताबिक, हम लोग बॉम्बे से आए हैं. इधर भेस्तान, सूरत के बाजू में भेस्तान गांव है, उधर वो बहुत रामचंद्र भगवान का मंदिर भी है और ये रामायण है. सोने की लिखी हुई रामायण है का दर्शन किया, हम लोग धन्य हो गए, बहुत आनंद आया. सियावर रामचंद्र भगवान की जय. श्रद्धालु इस खास रामायण के दर्शन साल में सिर्फ तीन बार गुरु पूर्णिमा, राम नवमी और दीपावली के दूसरे दिन यानी गुजराती नव वर्ष पर ही कर पाते हैं.
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