Naini Jaleba Bhandar: उत्तराखंड में नैनीताल का ‘नैनी जलेबा भंडार’ (Naini Jaleba Bhandar) 1850 से जायकेदार मीठा नाश्ता परोसता आ रहा है. ये दुकान कपड़े के बजाय गोल तांबे के बर्तन में मैदा डालकर ‘जलेबी’ तैयार करने के लिए मशहूर है.
23 April, 2024
‘जलेबा’ बनाने का तरीका
Naini Jaleba Bhandar: नैनीताल दो चीजों के लिए प्रसिद्ध है, जैसा की हम सब जानते भी हैं कि पहली तो नैनी झील और दूसरा लोटे वाली जलेबी. इसको जलेबा भी कहते हैं, क्योंकि इसको बनाने का तरीका थोड़ा सा अलग है. आमतौर पर जब जलेबी बनती है तो एक मोटा सा कपड़ा होता है. उसमें एक छेद करके फिर मैदा भर करके बनाया जाता है. इसमें उस परंपरा की जगह लोटे का इस्तेमाल किया जाता है. कपड़े में बड़ा छेद करके बड़ी-बड़ी जलेबी बनाई जाती है, ऐसा भी बताया जाता है कि नैनीताल में यह मिठाई इतनी फेमस है कि यहां पर मेहमानों की मेहमान नवाजी भी इस मिठाई से की जाती है.
सैलानियों के लिए बना आकर्षण का केंद्र
नैनीताल के लोगों के मुताबिक डेढ़ सौ साल से पुराना ‘नैनी जलेबा भंडार’ (Naini Jaleba Bhandar) सैलानियों की भी बेहद पसंदीदा दुकान है. जलेबा को लेकर लोगों में काफी क्रेज भी देता जाता है. सुबह से ही लोग इसे खरीदने के लिए दुकान के बाहर लगी लंबी कतार में खड़े हो जाते हैं. इसके साथ ही लोगों ने बताया कि जलेबी का स्वाद हमने भी कई बार चखा है और साथ में जितनी देर इंतजार के पल होते हैं, उतनी देर में देश में कोई घटना गर्म हो, चाहे चुनाव हो, कोई राजनैतिक-सामाजिक परिचर्चा हो, ये सब भी आपस में चलती रहती है. लोकल के लोगों के लिए या टूरिस्ट के लिए भी यह बड़ा आकर्षण केंद्र है.
‘जलेबा’ के मुरीद हैं लोग
दुकानदार रक्षित शाह ने बताया कि इन दिनों शाह परिवार की पांचवीं पीढ़ी दुकान चला रही है. इसके अलावा दुकान के मालिक ने बताते हैं कि उनकी दुकान सैलानियों के लिए भी काफी खास मायने रखती है. सैलानियां नैनीताल आने पर यहां जलेबा जरूर खाने आते हैं. नैनी जलेबा भंडार के मुरीद लोग भी बताते हैं कि कुरकुरी और जायकेदार ‘जलेबियों’ के लिए मशहूर दुकान राजनीतिक चर्चाओं का भी केंद्र बनी रहती है. बड़े-बड़े राजनेता भी इस जलेबी का स्वाद चखने नैनी जलेबा भंडार जाते हैं.
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