Aaj Ka Panchang: आज दशमी तिथि रात्रि 08:00 बजे तक रहेगी, जिसके बाद एकादशी तिथि का प्रवेश होगा. नक्षत्र की बात करें तो पुष्य नक्षत्र प्रातः 06:25 बजे तक रहेगा.
Aaj Ka Panchang: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि, सोमवार, 07 अप्रैल 2025 का दिन पंचांग के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. विक्रम सम्वत 2082 कालयुक्त तथा शक सम्वत 1947 विश्वावसु के अनुसार आज का दिन कई शुभ संयोगों से युक्त है. सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दिन सूर्योदय प्रातः 06:04 बजे तथा सूर्यास्त सायं 06:42 बजे होगा. वहीं चंद्रमा का उदय दोपहर 01:46 बजे और चंद्रास्त 08 अप्रैल को प्रातः 03:36 बजे होगा.
आज दशमी तिथि रात्रि 08:00 बजे तक रहेगी, जिसके बाद एकादशी तिथि का प्रवेश होगा. नक्षत्र की बात करें तो पुष्य नक्षत्र प्रातः 06:25 बजे तक रहेगा, तत्पश्चात अश्लेशा नक्षत्र आरंभ होगा, जो रात्रि में 01:29 बजे तक चलेगा. आज के दिन योग ‘धृति’ है, जो संध्या 06:19 बजे तक रहेगा. करण के रूप में पहले तैतिल, फिर गर और वणिज करण का योग बन रहा है. वार सोमवार है, जो औषधियों और जड़ी-बूटियों से संबंधित कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है. आज का पक्ष शुक्ल है और चंद्रमा कर्क राशि में विचरण करेगा.
चैत्र मास पूर्णिमांत और अमांत दोनों ही प्रकार से मान्य है. आज के दिन चंद्रमा कर्क राशि में स्थित है और सूर्य मीन राशि में है. सूर्य रेवती नक्षत्र में है और रात्रि में अश्लेशा नक्षत्र की अंतिम चरण में प्रवेश होगा. ऋतु की दृष्टि से यह वसंत ऋतु का काल है और सूर्य उत्तरायण है. दिनमान कुल 12 घंटे 38 मिनट्स का होगा, जबकि रात्रिमान 11 घंटे 20 मिनट्स का रहेगा.
तिथि | चैत्र शुक्ल दशमी (08:00 PM तक), फिर एकादशी |
वार | सोमवार |
सूर्योदय | 06:04 AM |
सूर्यास्त | 06:42 PM |
चन्द्रोदय | 01:46 PM |
चन्द्रास्त | 03:36 AM (अप्रैल 08) |
नक्षत्र | पुष्य (06:25 AM तक), फिर अश्लेशा |
योग | धृति (06:19 PM तक) |
करण | तैतिल (07:36 AM तक), फिर गर और वणिज |
चन्द्र राशि | कर्क |
सूर्य राशि | मीन |
सूर्य नक्षत्र | रेवती |
ऋतु | वसन्त |
अयन | उत्तरायण |
ब्रह्म मुहूर्त | 04:33 AM से 05:19 AM |
अभिजित मुहूर्त | 11:58 AM से 12:49 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM से 03:20 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:41 PM से 07:04 PM |
राहुकाल | 07:39 AM से 09:14 AM |
यमगण्ड | 10:49 AM से 12:23 PM |
गुलिक काल | 01:58 PM से 03:33 PM |
दुर्मुहूर्त | 12:49 PM से 01:39 PM, 03:20 PM से 04:11 PM |
वर्ज्य | 08:01 PM से 09:43 PM |
सर्वार्थ सिद्धि योग | 06:04 AM से 06:25 AM |
रवि योग | पूरे दिन |
शुभ बाण | चोर (रात्रि 12:44 से पूरी रात) |
दिशा शूल | पूर्व |
चन्द्र वास | उत्तर |
आज के दिन कई शुभ मुहूर्त भी बन रहे हैं. ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:33 से 05:19 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, साधना व जप के लिए श्रेष्ठ है. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:58 से 12:49 तक रहेगा, जिसे अत्यंत शुभ माना गया है. विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:20 तक रहेगा. वहीं गोधूलि मुहूर्त संध्या 06:41 से 07:04 बजे तक रहेगा. आज ‘रवि योग’ पूरे दिन विद्यमान रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य के लिए उत्तम होता है. साथ ही ‘सर्वार्थ सिद्धि योग’ भी अल्प समय के लिए, प्रातः 06:04 से 06:25 बजे तक बन रहा है.
अशुभ काल की बात करें तो राहुकाल सुबह 07:39 से 09:14 बजे तक रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए वर्जित माना गया है. यमगण्ड काल 10:49 से 12:23 तक रहेगा. गुलिक काल दोपहर 01:58 से 03:33 बजे तक रहेगा. दुर्मुहूर्त दोपहर 12:49 से 01:39 तक और पुनः 03:20 से 04:11 बजे तक रहेगा. ‘वर्ज्य काल’ रात्रि 08:01 से 09:43 तक है, जिसमें कोई भी आवश्यक कार्य नहीं करना चाहिए.
आज ‘ज्वालामुखी योग’ सुबह 06:25 से रात्रि 08:00 बजे तक रहेगा, जो थोड़ी सावधानी की मांग करता है. बाण का प्रभाव चोर बाण रहेगा, जो रात्रि 12:44 से पूरे रात तक प्रभावी रहेगा. चंद्र वास उत्तर दिशा में है, अतः उत्तर दिशा में यात्रा से बचना चाहिए. दिशा शूल पूर्व दिशा में है, अतः पूर्व दिशा की यात्रा न करें, यदि आवश्यक हो तो दही खाकर यात्रा प्रारंभ करें.
तमिल योग के अनुसार आज सिद्ध योग रहेगा. आनन्दादि योग में ‘धाता/प्रजापति’ से ‘सौम्य’ योग बन रहा है, जो सौम्यता और कल्याणकारी कार्यों के लिए अच्छा संकेत है. आज जीवनम आधा और नेत्रम दो होने से कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है. होमाहुति शुक्र ग्रह को समर्पित होगी, जो सुबह 06:25 बजे तक प्रभावी रहेगी.
कुल मिलाकर, सोमवार 07 अप्रैल 2025 का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए अनुकूल है. विशेषकर अभिजीत मुहूर्त और रवि योग का लाभ लेकर पूजा-पाठ, व्रत, गृह प्रवेश, वाहन क्रय जैसे कार्य संपन्न किए जा सकते हैं. श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव की आराधना कर विशेष पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
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