Aaj Ka Panchang: आज ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:30 से 05:15 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, मंत्र जाप और साधना के लिए श्रेष्ठ है. अभिजित मुहूर्त दोपहर 11:57 से 12:48 तक रहेगा.
Aaj Ka Panchang: शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025 को चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है, जो अगले दिन यानि 12 अप्रैल को प्रातः 03:21 बजे तक प्रभावी रहेगी. यह दिन विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व रखता है, क्योंकि चतुर्दशी के साथ-साथ आज उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र भी है, जो दोपहर 03:10 बजे तक रहेगा. इसके बाद हस्त नक्षत्र आरंभ होगा, जो रात 09:54 बजे तक चलेगा.
सूर्योदय प्रातः 06:00 बजे और सूर्यास्त सायं 06:45 पर होगा. वहीं चंद्रमा का उदय शाम 05:26 बजे और अगले दिन सुबह 05:26 बजे उसका अस्त होगा. आज चंद्रमा कन्या राशि में और सूर्य मीन राशि में विचरण कर रहे हैं. सूर्य आज रेवती नक्षत्र के चौथे चरण में स्थित हैं.
पंचांग के अनुसार आज ध्रुव योग रात 07:46 बजे तक रहेगा, जिसके पश्चात व्याघात योग आरंभ होगा. करण की बात करें तो दोपहर 02:09 बजे तक गर करण रहेगा, फिर वणिज और अंत में विश्टि करण प्रबल रहेगा. यह दिन शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना गया है, विशेषकर जब शुभ योग जैसे ‘शुभ’, ‘सिद्ध’ और ‘अमृत’ का संयोग हो.
आज ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:30 से 05:15 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, मंत्र जाप और साधना के लिए श्रेष्ठ है. अभिजित मुहूर्त दोपहर 11:57 से 12:48 तक रहेगा, जो अत्यंत शुभ माना जाता है. विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:21 तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 06:43 से 07:06 तक रहेगा.
तिथि | शुक्ल पक्ष, चतुर्दशी (03:21 AM, अप्रैल 12 तक) |
वार | शुक्रवार |
चंद्र मास | चैत्र |
विक्रम सम्वत | 2082 कालयुक्त |
शक सम्वत | 1947 विश्वावसु |
गुजराती सम्वत | 2081 नल |
सूर्योदय | 06:00 AM |
सूर्यास्त | 06:45 PM |
चंद्रोदय | 05:26 PM |
चंद्रास्त | 05:26 AM (अप्रैल 12) |
नक्षत्र | उत्तराफाल्गुनी (03:10 PM तक), हस्त (09:54 PM तक) |
योग | ध्रुव (07:46 PM तक), व्याघात |
करण | गर (02:09 PM तक), वणिज, विश्टि |
चंद्र राशि | कन्या |
सूर्य राशि | मीन |
सूर्य नक्षत्र | रेवती (चतुर्थ चरण) |
ऋतु (द्रिक) | वसन्त |
अयन (द्रिक) | उत्तरायण |
दिनमान | 12 घंटे 44 मिनट 43 सेकंड |
रात्रिमान | 11 घंटे 14 मिनट 11 सेकंड |
मध्याह्न | 12:22 PM |
शुभ मुहूर्त – ब्रह्म | 04:30 AM – 05:15 AM |
शुभ मुहूर्त – अभिजित | 11:57 AM – 12:48 PM |
शुभ मुहूर्त – विजय | 02:30 PM – 03:21 PM |
शुभ मुहूर्त – गोधूलि | 06:43 PM – 07:06 PM |
शुभ मुहूर्त – अमृत काल | 07:08 AM – 08:55 AM |
अशुभ – राहुकाल | 10:47 AM – 12:22 PM |
अशुभ – यमगण्ड | 03:33 PM – 05:09 PM |
अशुभ – गुलिक काल | 07:36 AM – 09:11 AM |
दुर्मुहूर्त | 08:33 AM – 09:24 AM |
वर्ज्य | 12:36 AM – 02:24 AM (अप्रैल 12) |
योग – आनंदादि | शुभ, अमृत |
योग – तमिल | सिद्ध, अमृत |
दिशा शूल | पश्चिम |
नक्षत्र शूल | उत्तर (03:10 PM तक) |
अग्निवास | आकाश (03:21 AM, अप्रैल 12 तक) |
दूसरी ओर, आज के अशुभ समयों में राहुकाल 10:47 से 12:22 तक रहेगा जबकि यमगण्ड काल 03:33 से 05:09 तक और गुलिक काल 07:36 से 09:11 बजे तक रहेगा. इन समयों में शुभ कार्य करने से बचना चाहिए. वर्ज्य काल भी आज मध्य रात्रि से आरंभ होकर अल्प समय तक रहेगा.
आज का दिशा शूल पश्चिम दिशा में है, अतः यदि इस दिशा में यात्रा आवश्यक हो तो तिल का सेवन करके निकलें. नक्षत्र शूल उत्तर दिशा में रहेगा जो दोपहर 03:10 बजे तक प्रभावी रहेगा. अग्निवास आकाश में रहेगा और चंद्रमा होमाहुति के लिए उपयुक्त है.
आज के दिन का आनंदादि योग ‘शुभ’ और ‘अमृत’ है, जबकि तमिल योग में ‘सिद्ध’ और ‘अमृत’ जैसे विशेष योग बने हैं. जीवनम पूर्ण जीवन और नेत्रम दो नेत्रों का संयोग दर्शाता है, जो इस दिन की अनुकूलता को दर्शाते हैं.
इस प्रकार, शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025 का दिन व्रत, पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जा रहा है. चतुर्दशी के चलते भगवान शिव की उपासना और चंद्रदर्शन का भी विशेष महत्व रहेगा.
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