Aaj Ka Panchang: आज चित्रा नक्षत्र है जो रात 9:11 बजे तक रहेगा, इसके बाद स्वाती नक्षत्र प्रभाव में आ जाएगा. योग की बात करें तो हर्षण योग रात 9:40 बजे तक रहेगा, जिसके बाद वज्र योग का आरंभ होगा.
बैसाख संक्रांति, यानी मेष संक्रांति, 13 अप्रैल 2025, रविवार को मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार, इस दिन सुबह 5:52 बजे से वैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी. सूर्य मीन राशि से निकलकर मध्यरात्रि 3:21 बजे मेष राशि में गोचर करेंगे, जिसे बैसाखी भी कहते हैं. पुण्यकाल 14 अप्रैल को होगा, जब सूर्य मेष राशि में होंगे. आप सुबह 9:43 बजे स्नान-दान कर सकते हैं. ज्योतिष के अनुसार, संक्रांति के प्रारंभ और पुण्यकाल दोनों ही दान-पुण्य के लिए शुभ हैं. आज का दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष माना जा रहा है, क्योंकि यह तिथि शुभ योगों से युक्त है. रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित होता है और इस दिन उनकी उपासना से जीवन में तेज, सफलता और आरोग्य की प्राप्ति होती है. सूर्य आज प्रातः 5:58 बजे उदित हुए और उनका अस्त 6:46 बजे होगा. चंद्रमा का उदय शाम 7:12 बजे होगा और आज चंद्रास्त नहीं है.
आज चित्रा नक्षत्र है जो रात 9:11 बजे तक रहेगा, इसके बाद स्वाती नक्षत्र प्रभाव में आ जाएगा. योग की बात करें तो हर्षण योग रात 9:40 बजे तक रहेगा, जिसके बाद वज्र योग का आरंभ होगा. ये दोनों योग विशेष रूप से शुभ फलदायी माने जाते हैं. करण में आज बालव 7:08 बजे तक रहेगा और इसके बाद कौलव करण लगेगा. चंद्रमा आज प्रातः 7:39 बजे तक कन्या राशि में रहेगा, उसके बाद तुला राशि में प्रवेश करेगा. वहीं सूर्य अभी मीन राशि में स्थित हैं और 14 अप्रैल को प्रातः 3:30 बजे मेष राशि में प्रवेश करेंगे.
आज ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:28 से 5:13 तक रहेगा, जो ध्यान, मंत्र-जप और साधना के लिए अति शुभ माना जाता है. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:56 से 12:47 तक रहेगा, जिसे किसी भी शुभ कार्य के आरंभ हेतु उत्तम माना गया है. वहीं विजय मुहूर्त दोपहर 2:30 से 3:21 तक और गोधूलि मुहूर्त संध्या 6:45 से 7:07 तक रहेगा. अमृत काल दोपहर 1:58 से 3:46 तक रहेगा, जो अति शुभ फलदायी है.
तिथि | प्रतिपदा – पूर्ण रात्रि तक |
वार | रविवार |
विक्रम सम्वत | 2082 कालयुक्त |
शक सम्वत | 1947 विश्वावसु |
गुजराती सम्वत | 2081 नल |
चन्द्रमास | वैशाख – पूर्णिमान्त |
सूर्योदय | 05:58 ए एम |
सूर्यास्त | 06:46 पी एम |
चन्द्रोदय | 07:12 पी एम |
चन्द्रास्त | चन्द्रास्त नहीं |
नक्षत्र | चित्रा – 09:11 पी एम तक |
योग | हर्षण – 09:40 पी एम तक |
करण | बालव – 07:08 पी एम तक, कौलव – पूर्ण रात्रि तक |
चन्द्र राशि | कन्या – 07:39 ए एम तक, तुला उसके बाद |
सूर्य राशि | मीन – 03:30 ए एम, अप्रैल 14 तक, मेष उसके बाद |
ऋतु | वसन्त |
द्रिक अयन | उत्तरायण |
वैदिक अयन | उत्तरायण |
ब्रह्म मुहूर्त | 04:28 ए एम से 05:13 ए एम |
अभिजित मुहूर्त | 11:56 ए एम से 12:47 पी एम |
विजय मुहूर्त | 02:30 पी एम से 03:21 पी एम |
गोधूलि मुहूर्त | 06:45 पी एम से 07:07 पी एम |
अमृत काल | 01:58 पी एम से 03:46 पी एम |
राहुकाल | 05:10 पी एम से 06:46 पी एम |
यमगण्ड | 12:22 पी एम से 01:58 पी एम |
गुलिक काल | 03:34 पी एम से 05:10 पी एम |
दुर्मुहूर्त | 05:03 पी एम से 05:55 पी एम |
वर्ज्य | 03:29 ए एम, अप्रैल 14 से 05:18 ए एम, अप्रैल 14 |
दिशा शूल | पश्चिम |
बाण | अग्नि – 03:30 ए एम, अप्रैल 14 तक |
आनन्दादि योग | पद्म – 09:11 पी एम तक |
तमिल योग | सिद्ध – 09:11 पी एम तक |
राहुकाल शाम 5:10 से 6:46 तक रहेगा, यह समय अशुभ माना गया है और इस दौरान किसी भी नए कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए. यमगण्ड काल दोपहर 12:22 से 1:58 तक और गुलिक काल 3:34 से 5:10 तक रहेगा. दुर्मुहूर्त का प्रभाव शाम 5:03 से 5:55 तक रहेगा. वहीं, वर्ज्य काल का आरंभ कल 14 अप्रैल को सुबह 3:29 से 5:18 तक रहेगा.
आज का दिशाशूल पश्चिम दिशा में रहेगा, इसलिए इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. यदि यात्रा आवश्यक हो तो अदरक या दही खाकर यात्रा करना शुभ माना गया है. आज का बाण अग्नि स्थान में रहेगा, अतः घर में अग्नि से संबंधित कार्यों में सावधानी रखनी चाहिए.
तमिल योग की बात करें तो आज सिद्ध योग है, जो शुभ माना जाता है. आनन्दादि योग में आज पद्म योग है, जो रात 9:11 तक रहेगा. उसके बाद लुम्बक नामक अशुभ योग प्रभावी होगा.
अतः आज का दिन कुल मिलाकर शुभ कार्यों के लिए अनुकूल है, विशेषतः दोपहर के पूर्वार्ध और अभिजीत मुहूर्त में कार्य करना लाभकारी रहेगा. चंद्रमा के तुला राशि में प्रवेश के साथ ही सौंदर्य, कला और न्याय संबंधी विषयों में रुचि बढ़ेगी. रविवार होने के कारण आज सूर्य आराधना, स्वास्थ्य सुधार और आत्मबल वृद्धि के लिए उत्तम माना जा रहा है.
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