Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय सुबह 05 बजकर 55 मिनट पर हुआ और सूर्यास्त शाम 06 बजकर 48 मिनट पर होगा. चंद्रमा का उदय रात 10:00 बजे होगा, जबकि चंद्रास्त अगली सुबह 07:31 बजे होगा.
Aaj Ka Panchang: आज दिनांक 16 अप्रैल 2025, बुधवार को विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अनुसार वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है. तृतीया तिथि दोपहर 01 बजकर 16 मिनट तक रहेगी, इसके पश्चात चतुर्थी तिथि का आरंभ हो जाएगा. चंद्रमा आज वृश्चिक राशि में संचार कर रहा है और अनुराधा नक्षत्र में स्थित है, जो कि पूर्ण रात्रि तक रहेगा. यह नक्षत्र शुभ और सतोगुणी स्वभाव का होता है, जिससे आज का दिन किसी भी धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए विशेष रूप से अनुकूल बन रहा है. सूर्य की बात करें तो वह मेष राशि में स्थित हैं और अश्विनी नक्षत्र में विद्यमान हैं.
आज सूर्योदय सुबह 05 बजकर 55 मिनट पर हुआ और सूर्यास्त शाम 06 बजकर 48 मिनट पर होगा. चंद्रमा का उदय रात 10:00 बजे होगा, जबकि चंद्रास्त अगली सुबह 07:31 बजे होगा. पंचांग के अनुसार आज का करण ‘विष्टि’ है जो दोपहर 01:16 बजे तक रहेगा, इसके बाद ‘बव’ करण आरंभ होगा. योग की बात करें तो ‘व्यतीपात’ योग आज रात 12:19 बजे तक प्रभावी रहेगा और उसके बाद ‘वरीयान’ योग प्रारंभ होगा. इन योगों का ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विशेष महत्त्व है और यह दिन को आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष फलदायक बनाते हैं.
बुधवार का दिन बुद्ध ग्रह से संबंधित माना गया है, जो कि व्यापार, वाणी और बुद्धिमत्ता का प्रतिनिधित्व करता है. आज संपूर्ण दिन ‘सर्वार्थ सिद्धि योग’ और ‘अमृत सिद्धि योग’ का संयोग भी है, जो किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए उत्तम माने जाते हैं. वहीं, अशुभ समय की बात करें तो राहुकाल दोपहर 12:21 से 01:58 तक रहेगा, यमगण्ड सुबह 07:31 से 09:08 तक और गुलिक काल 10:44 से 12:21 तक प्रभावी रहेगा. इन समयों में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से परहेज करना चाहिए.
तिथि | 16 अप्रैल 2025, बुधवार |
विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
शक संवत | 1947 विश्वावसु |
चंद्र मास | वैशाख – पूर्णिमान्त |
तिथि (हिन्दू कैलेंडर) | कृष्ण पक्ष, तृतीया – 01:16 PM तक, फिर चतुर्थी |
नक्षत्र | अनुराधा – पूर्ण रात्रि तक |
चंद्र राशि | वृश्चिक |
सूर्य राशि | मेष |
सूर्योदय | 05:55 AM |
सूर्यास्त | 06:48 PM |
चंद्रोदय | 10:00 PM |
चंद्रास्त | 07:31 AM |
करण | विश्टि – 01:16 PM तक, फिर बव |
योग | व्यतीपात – 12:19 AM (17 अप्रैल तक), फिर वरीयान |
वार | बुधवार |
ऋतु | वसंत |
अयन | उत्तरायण |
शुभ मुहूर्त | विजय मुहूर्त: 02:30 PM – 03:21 PM, अमृत काल: 06:20 PM – 08:06 PM, सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन, अमृत सिद्धि योग: पूरे दिन |
अशुभ समय | राहुकाल: 12:21 PM – 01:58 PM, यमगण्ड: 07:31 AM – 09:08 AM, गुलिक काल: 10:44 AM – 12:21 PM, दुर्मुहूर्त: 11:55 AM – 12:47 PM |
भद्रा काल | 05:55 AM – 01:16 PM |
दिशा शूल | उत्तर (बचने के लिए दही खाकर यात्रा करें) |
बाण | अग्नि – 05:04 AM (17 अप्रैल तक) |
विडाल योग | पूरे दिन |
विंछुड़ो योग | पूरे दिन |
आनन्दादि योग | सौम्य |
तमिल योग | सिद्ध |
जीवनम | पूर्ण जीवन (1) |
नेत्रम | दो नेत्र (2) |
भद्रा काल भी आज सुबह 05:55 से दोपहर 01:16 बजे तक रहेगा, जो कुछ कार्यों के लिए निषेध माना गया है. आज ‘अग्नि बाण’ का प्रभाव भी है जो 17 अप्रैल सुबह 05:04 बजे तक रहेगा. विडाल योग और विंछुड़ो योग भी आज पूरे दिन प्रभाव में रहेंगे. आनंदादि योग की बात करें तो आज ‘सौम्य’ योग विद्यमान है, जो शांतिपूर्ण और सौम्य कार्यों के लिए उपयुक्त होता है. तमिल पंचांग के अनुसार आज का दिन ‘सिद्ध’ योग में है, जो सिद्धियों की प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ माना गया है.
दिशा शूल की बात करें तो आज उत्तर दिशा में यात्रा से बचना चाहिए, क्योंकि बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल माना गया है. अगर यात्रा आवश्यक हो, तो दही का सेवन करके यात्रा करने की परंपरा है, जिससे शूल का प्रभाव कम होता है.
आज के दिन का कुल मिलाकर विश्लेषण किया जाए तो यह शुभ कार्यों, पूजा-पाठ, दान-पुण्य, और धार्मिक आयोजन के लिए अत्यंत उत्तम है. विशेषकर, अनुराधा नक्षत्र के प्रभाव में किए गए साधनाएं और जप-तप शीघ्र फलदायी होते हैं. यदि आप कोई नया कार्य आरंभ करने की योजना बना रहे हैं तो विजय मुहूर्त (02:30 से 03:21 दोपहर) और अमृत काल (06:20 से 08:06 शाम) में कार्य शुरू करना अति शुभ रहेगा.
ये भी पढ़ें..भक्तों के लिए खुशखबरीः अमरनाथ यात्रा- 2025 के लिए पंजीकरण 14 अप्रैल से शुरू, देखें दिशा-निर्देश