Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय सुबह 5:49 बजे हुआ और सूर्यास्त शाम 6:51 बजे होगा. चंद्रोदय कल यानि 23 अप्रैल की सुबह 2:46 बजे होगा, जबकि चंद्रास्त दोपहर 1:01 बजे रहेगा.
Aaj Ka Panchang: मंगलवार 22 अप्रैल 2025 का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है. आज वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है, जो शाम 6:12 बजे तक रहेगी, इसके बाद दशमी तिथि आरंभ हो जाएगी. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु चल रहा है. आज चंद्रमा मकर राशि में रहेगा और देर रात 12:31 बजे कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा. सूर्य मेष राशि में स्थित है और अश्विनी नक्षत्र के तीसरे चरण में विचरण कर रहा है. चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में दिन के 12:44 बजे तक रहेगा, इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा.
आज सूर्योदय सुबह 5:49 बजे हुआ और सूर्यास्त शाम 6:51 बजे होगा. चंद्रोदय कल यानि 23 अप्रैल की सुबह 2:46 बजे होगा, जबकि चंद्रास्त दोपहर 1:01 बजे रहेगा. आज शुभ योगों में “शुभ” योग रात्रि 9:13 बजे तक बना रहेगा. वहीं, करण की बात करें तो तैतिल करण सुबह 6:41 बजे तक रहेगा, फिर गर करण शाम 6:12 बजे तक और उसके बाद वणिज करण प्रारंभ होगा जो अगले दिन सुबह 5:33 बजे तक रहेगा.
आज के दिन विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:21 से 5:05 बजे तक, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:54 से 12:46 बजे तक, विजय मुहूर्त 2:30 से 3:22 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 6:50 से 7:12 बजे तक रहेगा. यदि किसी महत्वपूर्ण कार्य की योजना बनाई गई है, तो इन समयों का विशेष ध्यान रखें. अमृत काल भी 23 अप्रैल की सुबह 1:59 से 3:33 बजे तक रहेगा, जो अत्यंत शुभ माना गया है.
हालांकि, आज के दिन कुछ अशुभ योग भी बन रहे हैं जिनमें राहुकाल दोपहर 3:35 से 5:13 तक रहेगा, यमगण्ड सुबह 9:04 से 10:42 बजे तक और गुलिक काल दोपहर 12:20 से 1:58 तक रहेगा. इसके अलावा दुर्मुहूर्त सुबह 8:25 से 9:17 बजे तक रहेगा. वर्ज्य काल भी शाम 4:38 से 6:11 और रात 11:14 से 11:57 तक बना रहेगा.
तिथि | नवमी – 06:12 PM तक, फिर दशमी शुरू |
दिन | मंगलवार |
माह | वैशाख (पूर्णिमान्त), चैत्र (अमान्त) |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
संवत्सर (विक्रम) | 2082 कालयुक्त |
संवत्सर (शक) | 1947 विश्वावसु |
चंद्र मास | वैशाख |
ऋतु (वैदिक) | वसंत |
ऋतु (द्रिक) | ग्रीष्म |
अयन (वैदिक/द्रिक) | उत्तरायण |
चंद्र राशि | मकर – 12:31 AM तक, फिर कुम्भ |
सूर्य राशि | मेष |
नक्षत्र | श्रवण – 12:44 PM तक, फिर धनिष्ठा |
योग | शुभ – 09:13 PM तक |
करण | तैतिल – 06:41 AM तक, गर – 06:12 PM तक, फिर वणिज |
सूर्योदय | 05:49 AM |
सूर्यास्त | 06:51 PM |
चंद्रोदय | 02:46 AM (23 अप्रैल) |
चंद्रास्त | 01:01 PM |
अभिजीत मुहूर्त | 11:54 AM – 12:46 PM |
ब्रह्म मुहूर्त | 04:21 AM – 05:05 AM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM – 03:22 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:50 PM – 07:12 PM |
राहुकाल | 03:35 PM – 05:13 PM |
यमगण्ड | 09:04 AM – 10:42 AM |
गुलिक काल | 12:20 PM – 01:58 PM |
दुर्मुहूर्त | 08:25 AM – 09:17 AM |
वर्ज्य | 04:38 PM – 06:11 PM, फिर 11:14 PM – 11:57 PM |
आडल योग | 05:49 AM – 12:44 PM |
विडाल योग | 12:44 PM – 05:48 AM (23 अप्रैल) |
बाण | रोग (07:56 AM से पूरे दिन) |
भद्रा | 05:33 AM – 05:48 AM (23 अप्रैल) |
पंचक | 12:31 AM – 05:48 AM (23 अप्रैल) |
आनन्दादि योग | लुम्बक – 12:44 PM तक, उत्पात |
तमिल योग | मरण |
दिशा शूल | उत्तर दिशा (दही या तिल खाकर यात्रा करें) |
बात करें विशेष योगों की, तो आज आदल योग सुबह 5:49 से 12:44 बजे तक और उसके बाद विडाल योग रात 5:48 बजे तक बना रहेगा. आनंदादि योगों में ‘लुम्बक’ और तमिल योग में ‘मरण’ नामक योग विद्यमान रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माने जाते.
आज रोग बाण का प्रभाव सुबह 7:56 से पूरे दिनभर बना रहेगा, जो स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने की चेतावनी देता है. वहीं, रात्रि के समय पञ्चक काल भी शुरू होगा, जो 23 अप्रैल की सुबह 5:48 बजे तक प्रभावी रहेगा. भद्रा भी इसी समय पर आरंभ होगी.
दिशा शूल की बात करें तो मंगलवार को उत्तर दिशा में यात्रा से बचना चाहिए. यदि यात्रा आवश्यक हो, तो दही या तिल खाकर प्रस्थान करें. कुल मिलाकर आज का दिन शुभ और अशुभ योगों के मिश्रण के साथ बीतेगा, अतः आवश्यक कार्यों को पंचांग देखकर ही करें.
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