Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय सुबह 05:47 बजे हुआ, जबकि सूर्यास्त शाम 06:52 बजे होगा. चंद्रोदय कल सुबह 03:54 बजे होगा और चंद्रास्त आज दोपहर 03:10 बजे होगा.
Aaj Ka Panchang: वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि आज गुरुवार को पड़ रही है. यह तिथि दोपहर 02 बजकर 32 मिनट तक रहेगी, इसके बाद द्वादशी तिथि का आरंभ होगा. विक्रम संवत 2082 के कालयुक्त नामक बृहस्पति संवत्सर के अनुसार, आज का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जा रहा है, विशेष रूप से व्रत-उपवास करने वाले श्रद्धालुओं के लिए. शतभिषा नक्षत्र सुबह 10 बजकर 49 मिनट तक रहेगा, जिसके बाद पूर्व भाद्रपद नक्षत्र का प्रवेश होगा. चंद्रमा आज कुम्भ राशि में सुबह 03:26 तक स्थित रहेगा, उसके बाद मीन राशि में प्रवेश करेगा. वहीं सूर्य अभी भी मेष राशि में स्थित है, और उसका नक्षत्र अश्विनी बना हुआ है.
आज सूर्योदय सुबह 05:47 बजे हुआ, जबकि सूर्यास्त शाम 06:52 बजे होगा. चंद्रोदय कल सुबह 03:54 बजे होगा और चंद्रास्त आज दोपहर 03:10 बजे होगा. पंचक योग पूरे दिन विद्यमान रहेगा, इसलिए किसी भी शुभ कार्य की योजना बनाते समय इसका ध्यान अवश्य रखना चाहिए. साथ ही, बाण योग आज मृत्यु का है, जो सुबह 09:10 बजे से लेकर पूरी रात्रि तक प्रभावी रहेगा, अतः अत्यंत सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
अगर शुभ मुहूर्त की बात करें तो ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:19 से 05:03 तक रहेगा, जो ध्यान, जप और साधना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:53 से 12:46 तक है, जो सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला माना जाता है. वहीं, विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:23 तक रहेगा. इस दिन का गोधूलि मुहूर्त शाम 06:51 से 07:13 तक रहेगा, जो गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम समय है.
तिथि | एकादशी – 02:32 PM तक, फिर द्वादशी |
वार | गुरुवार |
विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
शक संवत | 1947 विश्वावसु |
गुजराती संवत | 2081 नल |
चंद्र मास | वैशाख (पूर्णिमान्त), चैत्र (अमान्त) |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
नक्षत्र | शतभिषा – 10:49 AM तक, फिर पूर्व भाद्रपद |
योग | ब्रह्म – 03:56 PM तक, फिर इन्द्र |
करण | बालव – 02:32 PM तक, फिर कौलव – 01:12 AM (25 अप्रैल तक), फिर तैतिल |
चंद्र राशि | कुम्भ – 03:26 AM (25 अप्रैल तक), फिर मीन |
सूर्य राशि | मेष |
सूर्य नक्षत्र | अश्विनी – 09:10 AM तक |
ऋतु (द्रिक/वैदिक) | ग्रीष्म / वसन्त |
अयन (द्रिक/वैदिक) | उत्तरायण / उत्तरायण |
सूर्योदय | 05:47 AM |
सूर्यास्त | 06:52 PM |
चंद्रोदय | 03:54 AM (25 अप्रैल) |
चंद्रास्त | 03:10 PM |
दिनमान | 13 घंटे 05 मिनट 33 सेकंड |
रात्रिमान | 10 घंटे 53 मिनट 30 सेकंड |
ब्रह्म मुहूर्त | 04:19 AM – 05:03 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11:53 AM – 12:46 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM – 03:23 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:51 PM – 07:13 PM |
राहुकाल | 01:58 PM – 03:36 PM |
यमगण्ड | 05:47 AM – 07:25 AM |
गुलिक काल | 09:03 AM – 10:41 AM |
दुर्मुहूर्त | 10:08 AM – 11:01 AM, 03:23 PM – 04:15 PM |
वर्ज्य काल | 04:42 PM – 06:11 PM |
बाण | मृत्यु बाण – 09:10 AM से पूर्ण रात्रि तक |
पंचक | पूरे दिन |
तमिल योग | मरण योग – 10:49 AM तक |
आनन्दादि योग | वज्र – 10:49 AM तक, फिर मुद्गर |
शूल दिशा | दक्षिण (राहु निवास – 10:49 AM तक) |
दूसरी ओर, अशुभ काल की बात करें तो राहुकाल दोपहर 01:58 से 03:36 बजे तक रहेगा, जिसमें कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है. यमगंड का समय सुबह 05:47 से 07:25 तक रहेगा, और गुलिक काल 09:03 से 10:41 बजे तक रहेगा. इसके अलावा दुर्मुहूर्त भी दो बार रहेगा – सुबह 10:08 से 11:01 तक और दोपहर 03:23 से 04:15 तक. वर्ज्य काल शाम 04:42 से 06:11 तक प्रभावी रहेगा.
आज का दिन तमिल योग के अनुसार भी मरण योग का है, और आनन्दादि योग के अनुसार वज्र तथा मुद्गर जैसे अशुभ योग बन रहे हैं. ऐसे में अत्यधिक सतर्कता और संयम बरतना जरूरी है. दिशा शूल दक्षिण दिशा में है, इसलिए दक्षिण की ओर यात्रा करना टालना बेहतर रहेगा. अगर अत्यावश्यक हो, तो गुड़ का सेवन करके यात्रा आरंभ करने की सलाह दी जाती है.
कुल मिलाकर, आज का दिन धार्मिक साधना, व्रत और आत्म-नियंत्रण के लिए उपयुक्त है, परंतु नए कार्यों की शुरुआत या निवेश से पहले पंचांग की शुभ-अशुभ स्थितियों का विशेष ध्यान रखना अनिवार्य होगा.
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