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Aaj Ka Panchang: हनुमान जयंती 2025, जानिए शुभ-अशुभ मुहूर्त, तिथि, योग और अमृत काल

by Rishi
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Aaj Ka Panchang: यह पावन दिन भगवान हनुमान के जन्मोत्सव को समर्पित है. इस दिन भक्तजन व्रत, पूजा, हनुमान चालीसा पाठ और सुंदरकांड के आयोजन के साथ बजरंग बली की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करेंगे.

Aaj Ka Panchang: यह पावन दिन भगवान हनुमान के जन्मोत्सव को समर्पित है. इस दिन भक्तजन व्रत, पूजा, हनुमान चालीसा पाठ और सुंदरकांड के आयोजन के साथ बजरंग बली की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करेंगे.

Aaj Ka Panchang: 12 अप्रैल 2025, चैत्र शुक्ल पूर्णिमा, विक्रम संवत 2082 को हनुमान जयंती का पवित्र पर्व पूरे देश में उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार, इस दिन तिथि पूर्णिमा सुबह 5:51 बजे तक रहेगी, नक्षत्र हस्त शाम 6:08 बजे तक और इसके बाद चित्रा प्रभावी होगा. योग व्याघात रात 8:41 बजे तक रहेगा, और चंद्रमा कन्या राशि में विराजमान होगा. सूर्योदय सुबह 5:59 बजे और चंद्रोदय शाम 6:18 बजे होगा. यह पावन दिन भगवान हनुमान के जन्मोत्सव को समर्पित है, जो भक्ति, शक्ति और समर्पण के प्रतीक माने जाते हैं. इस दिन भक्तजन व्रत, पूजा, हनुमान चालीसा पाठ और सुंदरकांड के आयोजन के साथ बजरंग बली की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करेंगे. शुभ मुहूर्त में अभिजित मुहूर्त दोपहर 11:56 बजे से 12:48 बजे तक और अमृत काल सुबह 11:23 बजे से दोपहर 1:11 बजे तक रहेगा, जो पूजा-अर्चना के लिए विशेष रूप से फलदायी होगा.

आज का नक्षत्र हस्त है, जो शाम 6 बजकर 8 मिनट तक रहेगा. उसके पश्चात चित्रा नक्षत्र प्रारंभ होगा. हस्त नक्षत्र के पहले तीन चरण कन्या राशि में और अंतिम चरण तुला राशि में आते हैं. आज चंद्रमा कन्या राशि में है और सूर्य मीन राशि में स्थित है. आज के दिन योग व्याघात है, जो रात्रि 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा, तत्पश्चात हर्षण योग आरंभ होगा. करण की बात करें तो आज विश्टि करण दोपहर 4 बजकर 35 मिनट तक रहेगा, उसके बाद बव और बालव करण रहेंगे.

तारीख12 अप्रैल 2025, शनिवार
तिथिपूर्णिमा (05:51 AM, अप्रैल 13 तक), फिर प्रतिपदा
पक्षशुक्ल पक्ष
चन्द्र मासचैत्र (पूर्णिमांत)
विक्रम संवत2082, कालयुक्त
शक संवत1947, विश्वावसु
सूर्य राशिमीन
चन्द्र राशिकन्या
नक्षत्रहस्त (06:08 PM तक), फिर चित्रा
नक्षत्र पदहस्त तृतीय चरण – 11:22 AM तक, फिर चतुर्थ पद – 06:08 PM तक
योगव्याघात (08:41 PM तक), फिर हर्षण
करणविश्टि (04:35 PM तक), फिर बव, फिर बालव
ऋतुवसंत
अयनउत्तरायण
सूर्योदय05:59 AM
सूर्यास्त06:45 PM
चन्द्रोदय06:18 PM
चन्द्रास्त05:53 AM (13 अप्रैल)
दिनमान12 घंटे 46 मिनट 22 सेकंड
रात्रिमान11 घंटे 12 मिनट 33 सेकंड
मध्याह्न12:22 PM
शुभ मुहूर्तब्रह्म मुहूर्त: 04:29–05:14 AM
प्रात: सन्ध्या: 04:51–05:59 AM
अभिजीत: 11:56–12:48 PM
विजय: 02:30–03:21 PM
गोधूलि: 06:44–07:06 PM
सायाह्न सन्ध्या: 06:45–07:52 PM
अमृत काल: 11:23 AM–01:11 PM
निशिता: 11:59 PM–12:44 AM (13 अप्रैल)
अशुभ समयराहुकाल: 09:10–10:46 AM
गुलिक काल: 05:59–07:35 AM
यमगण्ड: 01:58–03:34 PM
दुर्मुहूर्त: 05:59–06:50 AM, 06:50–07:41 AM
भद्रा05:59 AM – 04:35 PM
वर्ज्य काल03:09 AM – 04:57 AM (13 अप्रैल)
बाणमृत्यु (03:00 AM तक), फिर अग्नि (पूर्ण रात्रि)
आनन्दादि योगमृत्यु (06:08 PM तक)
तमिल योगमरण (06:08 PM तक)
नेत्रमदो नेत्र
दिशा शूलपूर्व
होमाहुति ग्रहचन्द्र

वर्तमान ऋतु वसंत है तथा सूर्य उत्तरायण में गतिशील हैं. आज दिनमान 12 घंटे 46 मिनट का रहेगा और रात्रि 11 घंटे 12 मिनट की होगी. दोपहर का मध्यकाल यानी मध्याह्न 12 बजकर 22 मिनट पर होगा. शुभ मुहूर्तों में ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:29 से 5:14 तक, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:56 से 12:48 तक और विजय मुहूर्त दोपहर 2:30 से 3:21 तक रहेगा. गोधूलि मुहूर्त शाम 6:44 से 7:06 तक और अमृत काल 11:23 से दोपहर 1:11 तक शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना गया है.

वहीं अशुभ समय की बात करें तो राहुकाल सुबह 9:10 से 10:46 तक रहेगा और यमगण्ड दोपहर 1:58 से 3:34 तक प्रभावी होगा. गुलिक काल सुबह 5:59 से 7:35 तक और दुर्मुहूर्त 5:59 से 7:41 तक रहेगा. वर्ज्य काल का प्रभाव कल सुबह 3:09 से 4:57 तक रहेगा. भद्रा का प्रभाव आज सुबह 5:59 से दोपहर 4:35 तक रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए निषेध है.

आज का बाण ‘मृत्यु’ है जो कल 3:00 बजे तक प्रभावी रहेगा, और उसके बाद ‘अग्नि’ बाण पूरे रात्रि तक रहेगा. आनन्दादि योग में आज ‘मृत्यु’ योग 6:08 PM तक प्रभावी है, जो अशुभ माना जाता है. तमिल पंचांग अनुसार भी आज ‘मरण’ योग है. दिशा शूल पूर्व दिशा में रहेगा, अतः इस दिशा की यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है.

आज का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वर्ष की पहली पूर्णिमा तिथि है, जिसे ‘हनुमान जयंती’ के रूप में भी मनाया जाता है. पूर्णिमा व्रत और स्नान-दान का विशेष महत्व इस दिन होता है. श्रद्धालु आज के दिन गंगा स्नान, व्रत, हवन एवं हनुमान चालीसा पाठ करके पुण्य अर्जित कर सकते हैं.

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