17 February 2024
‘हमारी छोरी छोरों से कम हैं के!’ ‘दंगल’ फिल्म का ये डायलॉग आज सही साबित हुआ है। दरअसल, भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने एशिया चैंपियनशिप के फिनाले में अपनी जगह बनाकर इतिहास बना दिया है।
भारतीय महिला टीम ने आज रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में दो बार की पूर्व चैम्पियन टीम जापान को 3-2 से हराकर फाइनल में एंट्री की है। ये पहली बार है जब भारत इस चैंपियनशिप के फाइनल में खड़ा है। ना तो कोई पुरुष टीम और ना ही किसी महिला टीम इससे पहले कभी ऐसा किया।
फाइनल में भारत
गायत्री गोपीचंद और तृषा जॉली की जोड़ी डबल और अस्मिता चालिहा ने दूसरा सिंगल जीता। इसके अलावा भारतीय टीम की अनमोल खरब ने निर्णायक एकल जीता और भारत को फाइनल तक पहुंचाया। अब रविवार को भारतीय महिला बैडमिंटन टीम थाईलैंड में फाइनल खेलेगी।
सामने होगी चुनौती
चोट की वजह से लंबे वक्त के बाद खेल में वापसी करने वालीं पीवी सिंधू पहले सिंगल में अया ओहोरी से जीत नहीं पाईं और 13-21, 20-22 से हार गयीं। वहीं, तृषा और गायत्री ने पहले सिंगल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। खैर, अब भारत महाद्वीपीय चैम्पियनशिप में पहला गोल्ड मेडल जीतने की पूरी कोशिश करेगा। आपको बता दें कि इससे पहले भारत की पुरुष टीम ने साल 2016 और 2020 में कांस्य पदक जीते थे।