World Chess Champion D Gukesh: शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश इतिहास रच दिया है. डी गुकेश गुरुवार को 18 साल की उम्र में सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन बन गए.
World Chess Champion D Gukesh: भारतीय शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश इतिहास रच दिया है. सिंगापुर में डी गुकेश गुरुवार को 18 साल की उम्र में सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन बन गए. अपनी जीत के साथ ही उन्होंने चीन की बादशाहत को भी खत्म कर दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं पिछले 10 वर्षों से इस पल का सपना देख रहा था. मैं इस जीत से खुश हूं कि मैंने अपने सपने को साकार किया.
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आखिरी और 14वें राउंड में डी गुकेश ने पलटी बाजी
भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार को खिताबधारी चीन के डिंग लिरेन को 14वीं और आखिरी बाजी में हराया. बता दें कि यह मैच ड्रॉ की ओर जाता हुआ दिख रहा था. इसी बीच डी गुकेश ने 14वें राउंड में गेम के मैच के आखिरी क्लासिकल टाइम कंट्रोल गेम को जीतकर लिरेन के 6.5 के मुकाबले जरूरी 7.5 अंक हासिल कर लिए. उन्होंने चार घंटे में 58 चालों के बाद डिंग लिरेन के खिलाफ 14वीं बाजी जीती. वह कुल मिलाकर 18वें विश्व शतरंज चैंपियन बने हैं.
भारतीय शतरंज खिलाड़ी भाई गुकेश को सबसे कम उम्र में शतरंज के विश्व विजेता बनने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Nirmal Choudhary (@NirmlChoudhary) December 12, 2024
गुकेश ने FIDE World Chess Championship-2024 के फाइनल में चीन के चैम्पियन डिंग लीरेन को हराकर शतरंज वर्ल्ड चैम्पियन बनने का रिकॉर्ड बनाया है।
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बता दें कि इस मैच में जीत के बाद उन्हें उन्हें 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी. चेन्नई के रहने वाले डी गुकेश ने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान भी दिया. उन्होंने ऐतिहासिक जीत के बाद कहा कि मैं पिछले दस सालों से इस पल का सपना देख रहा था. मैं खुश हूं कि मैंने अपने सपने को साकार किया. उन्होंने कहा कि मैं थोड़ा भावुक हो गया था. क्योंकि मुझे इस जीत की उम्मीद नहीं थी, लेकिन फिर मुझे आगे बढ़ने का मौका मिला.
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रूसी कास्पारोव 22 साल की उम्र में बने थे चैंपियन
इससे पहले डी गुकेश ने गुरुवार के निर्णायक गेम से पहले तीसरे और 11वें राउंड में जीत हासिल की. गौरतलब है कि डी गुकेश इस साल के शुरू में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र के दावेदार के रूप में इस मैच में उतरे थे. बता दें कि डी गुकेश से पहले रूस के दिग्गज गैरी कास्पारोव सबसे युवा विश्व चैंपियन थे. उन्होंने साल 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 वर्ष की आयु में यह खिताब जीता था.
वहीं, भारत में वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद वैश्विक खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं. पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने आखिरी बार साल 2013 में मैग्नस कार्लसन से हारने से पहले यह खिताब जीता था. बता दें कि डी गुकेश ने 17 साल की उम्र में FIDE कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट भी जीता था. इस दौरान भी वह इस खिताब को जीतने वाले सबसे युवा प्लेयर बन गए थे.
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