Bangladesh Crisis: बांग्लादेश को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया और सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी पहली बार बयान जारी किया है.
12 August, 2024
Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में इन दिनों हालात बेहद खराब हैं. भारत में भी इसे लेकर तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया और सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी पहली बार बयान जारी किया है. SP चीफ ने सोमवार को अपने ‘X’ हैंडल पर एक लंबी पोस्ट कर बांग्लादेश के तख्तापलट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसके साथ ही उन्होंने बिना किसी का नाम लिए देश की विदेश नीति पर भी बड़ी बात कह दी. अखिलेश यादव के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
‘जान-माल की रक्षा करने भेदभाव गलत’
समाजवादी पार्टी के मुखिया ने सोमवार को अपने ‘X’ हैंडल पर लिखा कि विश्व का हास गवाह है कि कई देशों में सत्ता के खिलाफ उस समय की कसौटी पर सही-गलत कारणों से हिंसक जन क्रांतियां, सैन्य तख्तापलट और सत्ता-विरोधी आंदोलन कई कारणों से होते रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में उस देश का ही पुनरुत्थान हुआ है, जिसके समाज ने अपनी सत्ता के उथल-पुथल के दौर में भी देशवासियों की जान-माल की रक्षा करने में जन्म, धर्म, संख्या की बहुलता-अल्पता या किसी भी राजनीतिक विद्वेष और संकीर्ण सोच के आधार पर भेदभाव ना किया हो और बड़ी सकारात्मक सोच के साथ सबको एक समान समझकर बचाया है.
अखिलेश ने वैश्विक इतिहास पर दिया जोर
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने आगे कहा कि देश की जनता की रक्षा करना हर देश का कर्तव्य है. मानवीय सोच के आधार पर, एक व्यक्ति के रूप में हर निवासी और पड़ोसी की रक्षा करना भी हर सभ्य समाज का दायित्व होता है. फिर वह चाहे किसी परिस्थिति में कहीं पर भी हो. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इतिहास एक बात और भी सिखाता है कि किसी और देश के राजनीतिक हालातों का इस्तेमाल, जो सत्ता अपने देश में अंदर अपनी सियासी मंसूबों को पूरा करने के लिए करती है, वह देश को अंदर और बाहर दोनों जगह से कमजोर करती है. अखिलेश यादव ने अपने बयान में विदेश नीति का भी जिक्र किया.
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विदेश नीति में कोई भारी चूक हुई- अखिलेश
यूपी के पूर्व CM ने आगे कहा कि कई बार किसी देश के आंतरिक मामलों से प्रभावित होने वाले किसी अन्य देश की ओर से हस्तक्षेप करना वैश्विक मंच पर उचित नहीं माना जाता है. ऐसे में प्रभावित देश और वहां मौजूद लोगों की रक्षा के लिए उस देश को अपनी मूक विदेश नीति को सक्रिय कर विश्व बिरादरी के साथ मिलकर सकारात्मक पहल करनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि जो सरकार मूक दर्शक बनकर यह मानकर चले कि यह उसकी विदेश नीति की नाकामी है कि उसके पड़ोसी देशों में परिस्थितियां ना तो सामान्य हैं और ना ही उसके अनुकूल, इसका मतलब है कि भू-राजनीतिक नजरिये से उसकी विदेश नीति में कोई भारी चूक हुई है.
‘सौहार्द और शांति ही मानवीय समृद्धि का मार्ग’
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने आगे कहा कि सांस्कृतिक और पड़ोसी देश के सूत्र से एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र को बांधकर आपसी समझदारी और भाईचारे से ही विश्व के कई अशांत क्षेत्र में अमन और चैन लाया जा सकता है. अखिलेश यादव ने लिखा कि सकारात्मक सोच से जन्मा सौहार्द और शांति ही मानवीय समृद्धि का मार्ग है. गौरतलब है कि, अखिलेश यादव ने पूरे अपने पूरे पोस्ट में ना ही बांग्लादेश का जिक्र किया और ना ही भारत का. हालांकि, दावा किया जा रहा है कि उनका पोस्ट बांग्लादेश की मौजूदा हालात को लेकर ही है और उन्होंने अपने पोस्ट में वैश्विक इतिहास और राजनीति का जिक्र करते हुए इशारों ही इशारों में केंद्र सरकार को भी नसीहत दे डाली है.
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