UP Election Result 2024: लोकसभा चुनाव में हुए भारी नुकसान के बाद सीएम योगी ने कमान संभाल ली. उपचुनाव में उन्होंने तीस मंत्रियों का एक टास्क फोर्स बना दी थी.
UP Election Result 2024: उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे शनिवार को जारी हो गए. इस चुनाव में BJP यानी भारतीय जनता पार्टी को बहुत बड़ी जीत मिली है.
9 में से 6 सीटों पर BJP के प्रत्याशियों की जीत हुई है. वहीं एक सीट पर BJP की सहयोगी पार्टी RLD यानी राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी को जीत मिली है. इसके अलावा सभी 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही समाजवादी पार्टी सिर्फ 2 सीटें बचाने में सफल रही है.
बता दें कि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में BJP को बहुत अधिक सीटों का नुकसान हुआ था. ऐसे में सवाल उठता है कि लोकसभा चुनाव में सिर्फ 33 सीटें पाने वाली BJP ने कैसे वापस अपनी जमीन वापस पाई.
कुंदरकी और कटेहरी में भी लहराया परचम
बता दें कि साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में BJP ने प्रदेश की 80 में से 62 सीटें जीती थी. इसके बाद इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में BJP सिर्फ 33 सीटों पर ही सिमट गई थी. इसके बाद संगठन में मतभेद भी खुलकर दिखने लगे थे.
लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई. साथ ही ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी पर खतरे में है’ वाला नैरेटिव भी जोर पकड़ लिया.
ठीक छह महीने बाद सूबे के सभी सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल गए और इस चुनाव में अपनी सीटों पर तो जीत दर्ज की ही, साथ ही समाजवादी पार्टी से कुंदरकी और कटेहरी भी छिन ली. दोनों ही सीटों पर BJP की तीन दशक बाद जीत हुई है.
BJP ने OBC प्रत्याशियों पर भी खेला दांव
बता दें कि लोकसभा चुनाव में भारी नुकसान के बाद दावा किया गया कि BJP की ओर से टिकट देने में गड़बड़ी हुई थी. इस बार उपचुनाव में सियासी समीकरणों को पूरी तरह से परखा गया.
साथ ही सिर्फ एक सीट सहयोगी दल यानी RLD को दी गई. मंझवा और कटेहरी सीटों पर निषाद पार्टी की जगह BJP ने अपने प्रत्याशी उतारे.
इस चुनाव में OBC प्रत्याशियों पर भी जमकर भरोसा जताया गया. इसका फायदा भी पूरी तरह से BJP को मिला. कटेहरी में मिली जीत इसी का उदाहरण है.
इसके अलावा सियासी समीकरण को पूरी तरह से समझा गया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बूथ मैनेजमेंट तक पर कड़ी नजर रखी.
वहीं, जिन सीटों पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की ज़रूरत पड़ी उन सीटों पर योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ आगे कर दिया.
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खुद मुख्यमंत्री बने कटेहरी के प्रभारी
दरअसल, लोकसभा चुनाव में हुए भारी नुकसान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी तरह से कमान संभाल ली. नुकसान को कवर करने के लिए उपचुनाव में उन्होंने तीस मंत्रियों का एक टास्क फोर्स बना दी थी.
सभी विधानसभा सीटों पर दो से तीन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई और खुद ही सभी सीटों की समीक्षा भी कर रहे थे. चुनाव प्रचार के दौरान अकेले ही वह एक विधानसभा सीट पर दो या तीन बार प्रचार करने पहुंचे थे.
चुनाव में जीत के लिए BJP की कोर कमेटी की कई बार मीटिंग हुई. कोर कमेटी में योगी आदित्यनाथ के साथ उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत BJP भूपेन्द्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी शामिल थे.
कोर कमेटी के नेताओं ने कुल दो-दो विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी संभाली. खुद मुख्यमंत्री ने कटेहरी के प्रभारी के रूप में काम शुरू कर दिया. ऐसे में इसका नतीजा सबके सामने ही है.
BJP ने कुंदरकी, कटेहरी, गाजियाबाद, खैर, फूलपुर, मझवां सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, मीरापुर की एक सीट पर RLD को जीत मिली है. वहीं, समाजवादी पार्टी को सिर्फ करहल और सीसामऊ में जीत मिली है.
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