Lok Sabha: लोकसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि 0-5 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 17 प्रतिशत बच्चे कम वजन के हैं, जबकि 36 प्रतिशत बौने हैं.
26 July, 2024
Dwarfism: लोकसभा (Lok Sabha) में महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी (WCD Minister Annapurna Devi) ने 0-5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी साझा की है. उन्होंने कहा कि देश में 5 वर्ष से कम आयु के 36 प्रतिशत ऐसे बच्चे हैं जो बौने हैं. वहीं, 17 प्रतिशत बच्चों में वजन की कमी है. मंत्री अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi) ने कहा कि जून 2024 के महीने के पोषण ट्रैकर के तहत 6 वर्ष से कम आयु के लगभग 8.57 करोड़ बच्चों को मापा गया, जिनमें से 35 प्रतिशत बौने पाए गए. वहीं, 17 प्रतिशत बच्चों में वजन की कमी देखी गई. उन्होंने कहा कि बच्चों का शारीरिक विकास सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में बौनेपन की दर है सबसे अधिक
महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने राज्यवार आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बौनेपन की दर सबसे अधिक 46.36 प्रतिशत है. इसके बाद लक्षद्वीप (Lakshadweep) में 46.31 प्रतिशत, महाराष्ट्र (Maharashtra) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 44.59 प्रतिशत और 41.61 प्रतिशत है, जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि बच्चों में बौनापन अपर्याप्त भोजन या बीमारियों के कारण होता है.
कम वजन के मामले में मध्य प्रदेश है सबसे आगे
कम वजन वाले बच्चों के मामले में मध्य प्रदेश 26.21 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है. उसके बाद दादरा, नगर हवेली और दमन और दीव 26.41 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर हैं. लक्षद्वीप 23.25 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है.