SC Reservation : राज्यों को अनुसूचित जातियों के आरक्षण के भीतर क्रीमी लेयर बनाए जाने की अनुमति देने वाले फैसले को लेकर चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने विरोध जताया है.
04 August, 2024
SC Reservation: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के राज्यों को SC-ST वर्ग में क्रीमी लेयर बनाए जाने के दिए गए फैसले का लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) LJP (Ram Vilas) के प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कड़ा विरोध किया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी SC में इस फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. एससी-एसटी कोटे में क्रीमी लेयर की अनुमति नहीं दी जा सकती. इसकी अनुमति देने से सामाजिक रूप से कमजोर पिछड़े वर्ग के लोगों का उत्थान नहीं हो सकता है.
पिछड़ी जाति के लोग करते हैं छुआछूत का सामना
हाजीपुर सांसद चिराग पासवान ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से असहमत हैं. अनुसूचित जाति का आधार छुआछूत है. अनुसूचित जाति के लिए कोई शैक्षिक आधार नहीं है. चिराग पासवान ने कहा कि अनुसूचित जाति के अधिकांश लोग जो संपन्न परिवारों से आते हैं वह लोग भी छुआछूत का सामना करते हैं. उन्होंने कहा कि पिछड़ी जाति के कई नेता उच्च पदों पर हैं, जब भी वह मंदिर जाते हैं, तो मंदिरों को गंगाजल से शुद्ध किया जाता है.
सुप्रीम कोर्ट ने दी कोटे में कोटे को मंजूरी
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि राज्यों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए अनुसूचित जातियों का उप-वर्गीकरण करने का अधिकार है. सभी राज्यों को अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) के बीच भी क्रीमी लेयर की पहचान करनी चाहिए. आरक्षण का लाभ ले रहे क्रीमी लेयर में आने वाले लोगों को इससे बाहर करना चाहिए.