National Teacher Award: राजन्ना सिरसिला जिले के दममनपेट गांव के जिला परिषद स्कूल में फिजिक्स पढ़ाने वाले संपत कुमार को इस साल के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चुना गया है.
30 August, 2024
National Teacher Award: संपत कुमार तेलंगाना के राजन्ना सिरसिला जिले के दममनपेट गांव के निवासी है, जो गांव के जिला परिषद स्कूल में फिजिक्स के शिक्षक हैं. वह स्कूल के उन 2 टीचरों में से एक हैं जिन्हें इस साल के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चुना गया है. संपत कुमार, अपने स्टूडेंट को इनोवेटर बनने की राह दिखा रहे हैं. उन्हें उनकी लगन और पढ़ाने के इनोवेटिव तरीकों के लिए ये खास सम्मान दिया जा रहा है.
स्टूडेंट को इनोवेटर बनाना है संपत का लक्ष्य
टीचर संपत कुमार का कहना है कि यह पुरस्कार सिर्फ़ मेरा नहीं है, यह मेरे साथियों और स्टूडेंट के अहम योगदान को भी दिखाता है. मेरा लाइफटाइम गोल ‘मिशन हंड्रेड’ है, जिसका मकसद कम से कम 100 सरकारी स्कूल के स्टूडेंट को इनोवेटर बनाना है. अब तक, मैं 53 छात्रों को इनोवेटर बना चुका हूं. उनमें से, 8 स्टूडेंट ने अंतरराष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनियों में स्वर्ण पुरस्कार जीते. वहीं, 16 ने राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किए हैं और उन्होंने 30 से ज्यादा ने राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी पुरस्कार जीते हैं.
नेशनल और इंटरनेशनल अवॉर्ड जीत रहे बच्चें
अपने टीचर को मिल रहे सम्मान से स्कूल के बच्चे भी काफी उत्साहित हैं. उनके मुताबिक संपत कुमार की दिखाई राह और कोशिशों की वजह से ही कई स्टूडेंट इनोवेटर बनने का सफर पूरा कर पाए और लगातार नेशनल और इंटरनेशनल अवॉर्ड जीत रहे हैं. छात्र सी. एच. निगिन का कहना है कि ‘संपत सर स्कूल में फिजिक्स पढ़ाते हैं. उन्हें शिक्षा में एक्सीलेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है, इस बात की हमें बहुत खुशी है. वह बहुत अच्छे शिक्षक हैं और सारे बच्चों के साथ समान व्यवहार करते हैं. अगर हमें कुछ समझ में नहीं आता है तो वह हमेशा दोबारा पढ़ाने के लिए तैयार रहते हैं. संपत सर एक गाइड के रूप में हमारी हर प्रोजेक्ट में मदद करते हैं और हमें लगातार प्रोत्साहित करते रहते हैं.’
स्कूल के प्रिंसिपल ने दी संपत को बधाई
छात्रा नीला का कहना है कि ‘मैंने अभी तक 2 राष्ट्रीय और 2 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं. मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि संपत सर यहां पढ़ा रहे हैं, उन्हीं की वजह से हम ये पुरस्कार जीत पाए. संपत सर को शिक्षा में एक्सीलेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, इस बात पर हमें बहुत गर्व है.’ स्कूल के प्रिंसिपल ने संपत कुमार को बधाई दी और उनकी कोशिशों और इनोवेटिव नजरिए की खूब सराहना की.
कड़ी कोशिशों से मिला राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार
स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि संपत कई राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पुरस्कार जीत चुके हैं. वह बेंगलुरू में भारतीय विज्ञान संस्थान से पढ़ाई करके इसरो वैज्ञानिक बनना चाहते थे. लेकिन बाद में उन्होंने शिक्षक बनना चुना. वह अब बच्चों को वैज्ञानिक बनने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं. गांव के लोगों के मुताबिक, संपत कुमार को मिल रहा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, स्टूडेंट को प्रेरित करने और बेहतर शिक्षा देने के लिए लगातार की गई कोशिशों का नतीजा है. संपत कुमार की लगन और मेहनत ने न सिर्फ उन्हें अलग पहचान दिलाई बल्कि स्टूडेंट में सीखने का जज्बा भी पैदा किया है.
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