Assault against Palestinians : गाजा पट्टी में जारी जंग के बीच संयुक्त राज्य ने एक रिपोर्ट को प्रकाशित किया है. यूएन ने पाया कि युद्ध के दौरान इजराइली सेना ने फिलिस्तीनियों के साथ कई कृत्यों को अंजाम दिया.
Assault against Palestinians : हमास और इजराइल में हो रही जंग के बीच संयुक्त राष्ट्र एक हैरान करने देने वाली रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र समर्थित मानवाधिकार विशेषज्ञों ने गुरुवार को इजरायल पर गाजा पट्टी में हमास के युद्ध में दुष्कर्म, प्रजनन और अन्य लिंग-आधारित हिंसा करने का आरोप लगाया है. इसी बीच इजराइल के प्रधानंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मानवाधिकार परिषद पर हमला किया और इसको इजराइल विरोधी सर्कस के रूप में बताया. उन्होंने आगे कहा कि यह संगठन यहूदी विरोधी, सड़ा हुआ, आतंकी समर्थन और अप्रासंगिक निकाय के रूप में संबोधित किया.
तीन कारणों की वजह हुई हिंसा
इजराइल की तरफ किए गए फिलिस्तीन के कब्जे वाले इलाके में जांच आयोग ने गाजा के व्यापक विनाश, नागरिक क्षेत्रों में भारी विस्फोटकों के उपयोग और अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं पर इजराइली हमलों का इन्वेस्टिगेशन किया गया जिसमें पाया कि तीन कारणों की वजह से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ असंगत हिंसा हुई. इसके अलावा आयोग ने यह भी मिला कि महिला, लड़कियां और पुरुषों के खिलाफ किए गए उल्लंघनों का दस्तावेजीकरण किया और इजराइली सुरक्षाबलों पर फिलिस्तीनी बंदियों के साथ दुष्कर्म और हिंसा करने का आरोप लगाया. वहीं, इजराइल ने किसी भी कैदी के साथ दुर्व्यवहार से इनकार कर रहा है और कह रहा है कि अगर कोई सेना की अधिकारी ऐसा करते हैं उस पर सख्त कार्रवाई की जाती है.

इजराइल ने नरसंहार जैसा कार्य किया
वहीं, आयोग एक सदस्य क्रिस सिडोटी ने जिनेवा में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी रिपोर्ट में मिला है कि इजराइल ने फिलिस्तीनियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को कमजोर करने के लिए व्यापक स्तर पर दुष्कर्म और हिंसा तेजी से बढ़ी है. रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया है कि इजराइल ने दुष्कर्म और प्रजनन स्वास्थ्य सुविधाओं के व्यवस्थित विनाश के माध्यम से नरसंहार को अंजाम देने का किया है.
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