Bangladesh Violence : बांग्लादेश में हसीना सरकार का सत्ता पलट होने के बाद से हिंदू अल्पसंख्यकों में भय का माहौल बना हुआ है, ऐसे में हिंदुओं ने एक राजनीतिक दल बनाने की वकालत शुरू कर दी है.
28 September, 2024
Bangladesh Violence : बांग्लादेश में शेख हसीना (Sheikh Hasina) का तख्ता पलट होने के बाद से पूरे देश में हिंसा और अस्थिरता का माहौल बना हुआ है. तख्तापलट के दौरान सबसे ज्यादा हमले हिंदू अल्पसंख्यक पर हो रहे हैं. वहीं, अंतिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) ने भी कहा था कि वह इन हमलों को रोकने की पूरी कोशिश करेंगे. हिंदुओं पर हमलों के बीच बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के नेता एक समर्पित राजनीतिक दल के गठन की लगातार वकालत कर रहे हैं. उनका मानना है कि वर्तमान की परिस्थिति को देखते हुए भय से भरे माहौल में अधिकारों की रक्षा और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक प्रतिनिधित्व की मांग को दर्शाता है.
अल्पसंख्यक समुदाय के बीच तीन मुद्दों पर चर्चा
बांग्लादेश में हिंदू बौद्ध ईसाई परिषद (BHBCOP) और अन्य समूहों के हिंदू नेताओं ने एक अलग राजनीतिक दल और रिजर्व सीटों की मांगों को लेकर लगातार आगे रहे हैं. BHBCOP के प्रेसिडियम सदस्य काजल देबनाथ ने समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए कहा कि वर्तमान समय में तीन मुद्दों पर गंभीर रूप से चर्चा की जा रही है. जिसमें पहला साल 1954 से अलग निर्वाचन प्रणाली पर वापस जाना, दूसरा हिंदुओं के लिए एक अलग राजनीतिक दल की स्थापना करना और तीसरा संसद में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सीटें आरक्षित करना शामिल हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में भारी हिंसा के बीच राजनीतिक उथल-पुथल के मद्देनजर हिंदुओं समुदाय अलग-थलग पड़ा है.
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद तेज हुई हिंसा
हिंदू समुदाय पर हमले उस वक्त तेज होना शुरू हो गए थे जब शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद ही छात्र आंदोलन उग्र हो गया और जगह-जगह अराजकता फैल गई. इस पूरी हिंसा पर देबनाथ ने कहा कि BHBCOP द्वारा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि हिंदू समुदाय के ऊपर 2010 हमले हुए हैं, जिनमें हत्या और शारीरिक हमलों से लेकर यौन हमले, मंदिरों पर हमले और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तक घटनाएं शामिल हैं. फिलहाल घटनाओं को लेकर बांग्लादेश सरकार की तरफ से अभी भी कोई आधिकाारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है.
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